मास्को। पोलैंड मंगलवार को यहां फीफा विश्व कप 2018 के अपने पहले मैच में जब सेनेगल का सामना करेगा तो राबर्ट लेवानडोवस्की और साडियो माने के बीच का मुकाबला दिलचस्प होगा जिन्होंने यूरोपीय फुटबॉल में इस सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है।
बायर्न म्यूनिख की तरफ से खेलने वाले लेवानडोवस्की ने इस सत्र में बुंदेसलिगा में 29 गोल किए और वह तीसरी बार टूर्नामेंट में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी रहे। उन्होंने सभी प्रतियोगिताओं में कुल 41 गोल दागे। माने ने चैंपियन्स लीग में दस गोल किए जिनमें से एक गोल उन्होंने फाइनल में किया।
उन्होंने मिस्र के मोहम्मद सालाह और ब्राजील के राबर्टो फर्मिनो के साथ मिलकर लिवरपूल का आक्रमण बेहद मजबूत बनाया है। सेनेगल के पूर्व खिलाड़ी और 2002 विश्व कप में खेलने वाले अल हाद्जी डियोफ ने कहा, मेरा मानना है कि साडियो टूर्नामेंट का एक स्टार खिलाड़ी हो सकता है। मास्को के स्पार्टक स्टेडियम में ग्रुप एच के इस मैच में पोलैंड जीत के दावेदार के रूप में शुरुआत करेगा।
इस ग्रुप में कोलंबिया और जापान की टीमें भी शामिल हैं। विश्व में आठवें नंबर का पोलैंड विश्व कप में आठवीं बार हिस्सा ले रहा है। कोच एडम नवाल्का की टीम 1974 और 1982 के तीसरे स्थान पर रहने के रिकॉर्ड में सुधार करने के लिए बेताब है। लेवानडोवस्की ने स्वीकार किया कि उन्हें यहां खुद को साबित करना होगा क्योंकि यूरो 2016 में वह केवल एक गोल कर पाए थे और पोलैंड क्वार्टर फाइनल से बाहर हो गया था।
इस 29 वर्षीय फुटबॉलर ने यूरोपीय क्वालीफाइंग में दस मैचों में 16 गोल दागकर टीम को विश्व कप में जगह दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। लेवानडोवस्की ने कहा, मैंने विश्व कप के लिए बहुत पहले से तैयारी शुरू कर दी थी तथा मैं सही समय पर बेहतर स्थिति में रहूंगा। डिफेंडर कामिल गिलिक के फिट होने से भी पोलैंड को मजबूती मिली है। उनका काम माने को बांधे रखना होगा।
सेनेगल 2002 में अलियो सिसे की अगुवाई वाली टीम की बराबरी करने की उम्मीद के साथ मैदान पर उतरेगा। सिसे अब राष्ट्रीय कोच हैं। उनकी टीम ने 2002 में तत्कालीन चैंपियन फ्रांस को 1-0 से हराकर अपने अभियान की शुरुआत की थी तथा क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थी। सिसे ने कहा, उस टीम ने इतिहास रचा था और अब इस टीम पर इसमें नया अध्याय जोड़ने का जिम्मा है। (वार्ता)