सोच्ची। सुपर स्टार क्रिस्टियानो रोनाल्डो की शानदार 'हैट्रिक' के बूते पर पुर्तगाल ने 21वें फीफा वर्ल्ड कप में स्पेन के खिलाफ अपना मुकाबला 3-3 की बराबरी पर खत्म किया। विश्व कप फुटबॉल के इतिहास की आज रात 51वीं हैट्रिक बनी और पुर्तगाल के कप्तान रोनाल्डो की भी क्लब मैचों को मिलाकर यह 51वीं हैट्रिक थी। रोनाल्डो पुर्तगाल के ऐसे पहले खिलाड़ी भी बन गए हैं, जिन्होंने अपने चार विश्व कप मैचों में गोल दागने में सफलता पाई है।
स्पेन और पुर्तगाल का मैच काफी नाटकीय भरा रहा। मैच के 88 मिनट तक स्पेन 3-2 से आगे था लेकिन यहीं पर फ्री किक पर बेहद दर्शनीय गोल दागकर रोनाल्डो ने अपने देश को बराबरी दिला दी। पुर्तगाल के लिए रोनाल्डो ने चौथे, 44वें और 88वें मिनट पर तीन गोल किए। स्पेन की तरफ से 24वें डिएगो कोस्टा ने 24वें और 55वें मिनट में दो गोल दागे जबकि नाचो ने 58वें मिनट पर एक गोल किया।
पूरे मैच में क्रिस्टियानो रोनाल्डो का क्लास पूरी दुनिया ने देखा। वे वर्ल्ड कप में हैट्रिक लगाने वाले पुर्तगाल के तीसरे खिलाड़ी है। मैच शुरु होने के बाद तीसरे ही मिनट पर स्पेन के नाचो का 18 गज के बॉक्स में रोनाल्डो को पैर से बाधा पहुंचाना महंगा सौदा साबित हुआ क्योंकि रैफरी ने पुर्तगाल को पेनल्टी का उपहार दे दिया। इस पेनल्टी पर रोनाल्डो ने आसान गोल करके पुर्तगाल को 1-0 से आगे कर दिया।
24वें मिनट पर डिएगो कोस्टा ने मारधाड़ करते हुए गोल दागा और स्कोर 1-1 की बराबरी पर ला दिया। स्पेन की टीम वन टच फुटबॉल खेल रही थी। वह बॉल पजेशन के साथ लगातार आक्रमण करती रही लेकिन पुर्तगाल की 6 खिलाड़ियों की डिफेंस को भेदने में नाकाम हो रही थी।
हाफ टाइम के ठीक एक मिनट पूर्व रोनाल्डो का शक्तिशाली शॉट स्पेन के गोलकीपर के हाथों से छिटककर नेट में समा गया। इस तरह पुर्तगाल फिर से 2-1 से आगे हो गया। कोस्टा ने हाफ टाइम के बाद 55वें मिनट पर बराबरी का गोल दागा। स्कोर 2-2 के बाद मैच पर स्पेन की पकड़ मजबूत होते चली गई।
नाचो की वजह से पुर्तगाल को पेनल्टी मिली थी और उन्हीं ने अपना कर्ज उतारते हुए 58वें मिनट में गोल दागकर स्पेन को 3-2 की लीड दिला दी। नाचो ने ऐसा गोल किया जिसे फुटबॉलप्रेमी लंबे समय तक याद रखेंगे और दुनिया के किसी भी गोलकीपर के लिए इस तरह का गोल बचाना लगभग नामुमकिन होता। पुर्तगाली डिफेंस ने स्पेन के पहले प्रयास को नाकाम कर दिया लेकिन नाचो ने लंबी दूरी से तूफानी शॉट लगाकर पहली बार स्पेन को बढ़त दिलाई।
तीन मिनट के भीतर 2 गोल दागने से स्पेन के हौंसले आसमा को छू रहे थे। 88वें मिनट तक लग रहा था कि स्पेन मैच जीतकर 3 अंक हासिल कर लेगा लेकिन डिफेंस में रोनाल्डो को गलत तरीके से रोकना बहुत भारी पड़ गया।
रैफरी ने फ्री किक का इशारा किया। रोनाल्डो ने गहरी सांस ली और एक शानदार कर्व शॉट के जरिए गेंद को नेट में झुला दिया। पूरा स्टेडियम इस जादुई फ्री किक पर हुए गोल से झूम उठा। स्पेन के खिलाड़ियों की 2 बार की गलती से रोनाल्डो को गोल करने के मौके मिले और इन मौका पर दिखाई दिया उनका 'क्लास'।
बहरहाल, यह मुकाबला 3-3 की बराबरी पर समाप्त हुआ। ऐसा लगा कि यह पूरा मैच स्पेन बनाम रोनाल्डो के बीच खेला गया, जिसमें रोनाल्डो की जीत हुई। पूरी दुनिया ने भी देखा कि आखिर क्रिस्टियानो रोनाल्डो का जादुई किस कदर सिर चढ़कर बोलता है।
स्पेन और पुर्तगाल के बीच विश्व कप में आखिरी मुकाबला 2010 में अंतिम 16 में हुआ था, जब 63वें मिनट में डेविड विला के गोल की मदद से स्पेन ने जीत दर्ज की थी और आखिर में खिताब भी स्पेन के ही नाम रहा।
आज स्पेन की बदकिस्मती रही कि बेहतर प्रदर्शन के बाद भी वह जीत का सेहरा नहीं बांध सकी।
स्पेन ने विश्व कप के ठीक पूर्व मुख्य कोच जुलेन लोपतेगुई को बर्खास्त कर दिया था लेकिन नए कोच फर्नाडो हिएरो आज जीत का जश्न मनाते मनाते चूक गए। ड्रॉ मैच से दोनों टीमों के हिस्से में 1-1 अंक भले ही आया हो लेकिन उनके प्रदर्शन से लगा कि सही मायने में वर्ल्ड कप का रोमांच शुरू हो चुका है। (वेबदुनिया न्यूज)