दोहा: फुटबॉल विश्व कप इतिहास में एक टूर्नामेंट में गोलरहित (0-0) ड्रा का रिकॉर्ड सात है और ऐसा चार दफा (1982, 2006, 2010, 2014) हो चुका है।लेकिन कतर में चल रहे विश्व कप में गुरूवार को समाप्त हुए 19 मैचों में 5 गोलरहित ड्रा हो चुके हैं जो टूर्नामेंट के रिकॉर्ड के आधे से ज्यादा हैं।
अभी तक दोहा में मेक्सिको-पोलैंड, डेनमार्क-ट्यूनीशिया, क्रोएशिया-मोरक्को, दक्षिण कोरिया-उरूग्वे और इंग्लैंड- संयुक्त राज्य अमेरिका के मैचों में एक भी गोल नहीं हुए।रूस में हुए 2018 विश्व कप में केवल एक ही मैच गोलरहित ड्रा हुआ था जो डेनमार्क और फ्रांस के बीच था।वहीं 1930, 1934, 1938, 1950 और 1954 में कोई भी मैच गोलरहित ड्रा पर नहीं छूटा था।
अमेरिका ने फिर इंग्लैंड को हताश किया, गोलरहित ड्रा पर रोका
अमेरिका ने फीफा विश्व कप में शनिवार को 0-0 से ड्रा खेलकर फिर इंग्लैंड को जीत दर्ज करने से महरूम कर दिया।कतर में शुरूआती मैच में ईरान पर 6-2 की बड़ी जीत से प्रबल दावेदार के दर्जे को सही साबित करने वाली इंग्लैंड को अब भी अमेरिका के खिलाफ पहली जीत का इंतजार है। इंग्लैंड के समर्थक इस ड्रा से काफी निराश थे और मैदान में हूटिंग कर रहे थे।तीन बार बार दोनों टीमें फुटबॉल के इस बड़े मंच पर एक दूसरे के सामने हुई हैं और हर बार अमेरिकी टीम इंग्लैंड के फुटबॉल प्रेमियों को निराश करती रही है।
इंग्लैंड के कोच गैरेथ साउथगेट ने अपने खिलाड़ियों को अमेरिका के उस रिकॉर्ड की याद दिलायी थी जिसमें 1950 में प्रतिंद्वद्वी टीम ने 1-0 से जीत हासिल की थी और 2010 में 1-1 से ड्रा खेला था। पर खिलाड़ी ग्रेग बेरहाल्टर की युवा और ऊर्जा से भरी टीम के खिलाफ जोशिला प्रदर्शन नहीं कर सके।
इंग्लैंड के कप्तान और 2018 विश्व कप के गोल्डन बूट विजेता हैरी केन का मैच में प्रदर्शन फीका रहा और वह स्टॉपेज-टाइम में हेडर से गोल करने के करीब पहुंचे थे लेकिन असफल रहे। वह अब तक इस टूर्नामेंट में एक भी गोल नहीं कर सके हैं।उन्होंने कहा, यह निश्चित रूप से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं था। हमने दो या तीन मौके मिले थे लेकिन हम गोल नहीं कर सके।
ग्रुप बी में इंग्लैंड चार अंक के साथ शीर्ष पर है जबकि अमेरिका दो अंक से तीसरे स्थान पर है।अमेरिका ने वेल्स के खिलाफ अपने पहले मैच के शानदार प्रदर्शन को जारी रखा। इंग्लैंड की टीम खुद को भाग्यशाली समझ सकती है कि पहले हाफ में क्रिश्चियन पुलिसिच का बायें पैर से लगा शॉट लगाकर क्रासबार हिट करके निकल गया और वेस्टन मैकिनी का शॉट भी बेकार हो गया।
अल बायत स्टेडियम में काफी संख्या में इंग्लैंड के प्रशंसक मौजूद थे जिन्हें जीत से अपनी टीम के एक मैच रहते नॉकआउट चरण में पहुंचने की उम्मीद थी।साउथगेट ने कहा, मैं अपने प्रशंसकों के चेहरे पर मुस्कान चाहता हूं लेकिन हम यह हासिल करने में असफल रहे। अब अमेरिकी टीम मंगलवार को ईरान के सामने होगी और कोच बरहाल्टर की निगाहें राउंड 16 में जगह बनाने पर लगी हुई हैं।
दक्षिण कोरिया और उरूग्वे के बीच मैच गोल रहित ड्रा पर छूटा
गुरुवार को दक्षिण कोरिया और उरूग्वे ने फीफा विश्व कप के ग्रुप एच में अपना अभियान गोलरहित ड्रा से शुरू किया।एशियाई टीम के लिये एजुकेशन सिटी स्टेडियम में यह नतीजा संभवत: फायदेमंद होगा।
इस मुकाबले में ड्रा रहने से एक बार फिर शुरूआती मुकाबलों में प्रबल दावेदार टीम उम्मीद के मुताबिक नतीजा नहीं हासिल कर पायी। अर्जेंटीना और जर्मनी को अपने शुरूआती मैचों में बड़े उलफटेर का सामना करना पड़ा था।
दक्षिण कोरिया की टीम पूरे मैच में अपने से अनुभवी उरूग्वे टीम के खिलाफ गोल करने के करीब पहुंचती दिखी। टीम के फॉरवर्ड सोन हेयुंग मिन अपनी बायीं आंख के चोटिल सॉकेट को बचाने के लिये मास्क पहने थे।
दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी मैच के दौरान काफी फुर्ती से भरे थे और मैच शुरू होते ही गोल करने की कोशिश में दिखे।हालांकि मैच के दौरान गोल करने के कुछ ही मौके बने जिसमें उरूग्वे को सबसे अच्छा मौका 43वें मिनट में डिएगो गोडिन के जरिये और 89वें मिनट में फेडेरिको वालवर्डे की बदौलत मिला।उरूग्वे की टीम अब पुर्तगाल से भिड़ेगी जबकि दक्षिण कोरिया का सामना घाना से होगा।
मोरक्को ने क्रोएशिया को गोलरहित बराबरी पर रोका
फीफा विश्व कप में अरब देशों के दमदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए मोरक्को ने 2018 के उपविजेता क्रोएशिया को बुधवार को ग्रुप एफ के मैच में गोलरहित बराबरी पर रोक दिया।
मोरक्को के इस दमदार खेल से लगभग 24 घंटे पहले सऊदी अरब ने दिग्गज लियोनेल मेस्सी की मौजूदगी वाली अर्जेंटीना की टीम को हराकर इस विश्व कप में अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर किया था। इसके बाद एक और अरब देश ट्यूनीशिया ने यूरोपीय चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली डेनमार्क की टीम को बराबरी पर रोकने में सफलता हासिल की थी।
मोरक्को के खिलाड़ियों ने पिछले विश्व कप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिक को रोकने में कामयाबी हासिल की।मोड्रिक बुधवार को भी मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गये लेकिन इसकी घोषणा होते ही मोरक्को के प्रशंसकों ने शोर मचाकर इसका विरोध किया।
मैच में मोरक्को ने भी कुछ शानदार मौके बनाये। पेरिस सेंट जर्मेन के स्टार खिलाड़ी अशरफ हकीमी के गेंद पर बेहतरीन प्रहार को क्रोएशिया के गोलकीपर डोमिनिक लिवाकोविच ने विफल कर दिया।
रियाल मैड्रिड के दिग्गज 37 साल के मोड्रिच अपना चौथा और आखिरी विश्व कप खेल रहे है। उन्होंने पहले हाफ से स्टॉपेज समय में गोल करने का शानदार मौका बनाया लेकिन गेंद गोल पोस्ट से टकरा कर दूर चली गयी।
क्रोएशिया को बढ़त हासिल करने का एक और मौका दोजन लोवरान ने दिया। कॉर्नर से आयी गेंद को लेकर वह गोल पोस्ट के करीब पहुंच गये थे लेकिन सोफयान अमराबत ने मोरक्को के लिए अच्छा बचाव किया।
लेवानडॉस्की पेनल्टी पर चूके, गोलरहित बराबरी पर छूटा पोलैंड मेक्सिको का मैच
स्टार स्ट्राइकर रॉबर्ट लेवानडॉस्की पेनल्टी पर गोल नहीं कर सके जिससे पोलैंड ने फीफा विश्व कप के ग्रुप सी मुकाबले में मंगलवार को मेक्सिको को मात देने का मौका गंवा दिया और यह मुकाबला गोलरहित बराबरी पर छूटा।
मेक्सिको के खिलाड़ियों ने भी मैच के दूसरे हाफ में पोलैंड पर दबाव बनाए रखा और गोल करने के कई मौके बनाये लेकिन टीम को सफलता नहीं मिली। मैच के 56वें मिनट में मेक्सिको के खिलाड़ी हेक्टर मोरेनो को पोलैंड के कप्तान लेवानडॉस्की को खींचने के कारण पीला कार्ड दिखाया गया । इसके बाद वीडियो सहायक रेफरी की मदद से पोलैंड को पेनल्टी किक लगाने का मौका मिला ।
मेक्सिको के कप्तान और गोलकीपर गुइलेर्मो ओचोआ ने लेवानडॉस्की के शॉट को रोक कर अपने देश के प्रशंसकों को जश्न मनाने का मौका दिया। ओचाओ का यह पांचवां विश्व कप है।
पोलैंड के लिए 76 गोल कर चुके लेवानडॉस्की राष्ट्रीय टीम के लिए पहली पर पेनल्टी पर गोल करने से चूके गये।
इसके बाद मैक्सिको की टीम ने गेंद को ज्यादा समय तक अपने पास रखा और पोलैंड की रक्षापंक्ति पर दबाव बनाये रखा। पोलैंड के गोलकीपर वोज्शिएक सजेस्नी ने मैक्सिको के तीन बेहतरीन प्रयास को शानदार बचाव के साथ विफल कर दिया।
ट्यूनीशिया ने विश्व कप फुटबॉल मैच में डेनमार्क को गोलरहित ड्रॉ पर रोका
ट्यूनीशिया ने विश्व कप फुटबॉल में मंगलवार को यूरोपीय चैंपियनशिप के सेमीफाइनलिस्ट डेनमार्क को गोल रहित से ड्रॉ पर रोका दिया। यह मौजूदा टूर्नामेंट का पहला गोलरहित मैच है।
सऊदी अरब की अर्जेंटीना पर उलटफेर भी जीत के बाद हुए ग्रुप डी के इस मैच के दौरान स्टेडियम ट्यूनीशिया के समर्थकों से भरा हुआ था। ट्यूनीशिया पहली बार खाड़ी देश में हो रहे विश्व कप में प्रतिस्पर्धा कर रही इस क्षेत्र की चार टीमों में से एक है और डेनमार्क को बराबरी पर रोकना उसके लिए उपलब्धि की तरह है।
मैच के दौरान ट्यूनीशिया ने ज्यादा सटीक मौके बनाए। टीम दूसरे हाफ की शुरूआत में बढ़त हासिल करने के करीब पहुंच गयी थी लेकिन डेनमार्क के गोलकीपर कैस्पर शमीचेल ने शानदार बचाव किया।
डेनमार्क के क्लब ओडेंस के लिए खेलने वाले इस्साम जेबाली के दमदार प्रायस को शमीचेल ने शानदार तरीके से गोल पोस्ट से दूर कर दिया।
इस मुकाबले से डेनमार्क के क्रिश्चियन एरिक्सन ने बड़े टूर्नामेंट में वापसी की। उन्हें लगभग डेढ़ साल पहले यूरो 2020 के मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ा था।उन्होंने मैच में कई शानदार मौके बनाये लेकिन सफलता नहीं मिली। उनके दूर से लगाये एक शानदार प्रयास को ट्यूनीशिया के गोलकीपर अयमेन दाहमेने विफल कर दिया।(एपी)