भारत के जंगलों में शानदार हाथी की चिंघाड़, मोर का नाच, ऊंट की सैर, शेरों की दहाड़, लाखों पक्षियों की चहचहाहट सुनने और देखने को मिलेगी। भारत में जंगली जीवों की बहुत बड़ी संख्या है। यहां जंगली जीवों को देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। भारत में 70 से अधिक राष्ट्रीय उद्यान और 500 से अधिक जंगली जीवों के अभयारण्य हैं इसके अतिरिक्त पक्षी अभयारण्य भी हैं। आओ इस बार जानते हैं पश्चिम बंगाल के सुंदरवन राष्ट्रीय अभयारण्य के बारे में संक्षिप्त जानकारी।
1. सुंदरवन अभयारण्य पश्चिम बंगाल (भारत) और बांग्लादेश की सीमा को कवर करता है। अनुमानित रूप से भारत तथा बांग्लादेश में यह जंगल 1,80,000 वर्ग किलोमीटर तक फैला है।
2. भारतीय सीमा के भीतर आने वाले वन का हिस्सा सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है। यह पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में है। सुंदरबन 38,500 वर्ग किमी इलाके को कवर करता है।
3. सुंदरवन नाम संभवत: सुंदरी का वन से लिया गया है जिसका यहां पाए जाने वाले मूल्यवान विशालकाय मैंग्रोव से है। यहां बड़ी तादाद में सुंदरी पेड़ मिलते हैं जिनके नाम पर ही इन वनों का नाम सुंदर वन पड़ा है।
4. बंगाल की खाड़ी में हुगली नदी के मुहाने (शरत) से मेघना नदी के मुहाने (बांग्लादेश) तक 260 किमी तक विस्तृत एक व्यापक जंगली एवं लवणीय दलदली क्षेत्र, जो गंगा डेल्टा का निचला हिस्सा बनाता है, यह 100-130 किमी में फैला अंतर्स्थलीय क्षेत्र है। विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा, 10,200 वर्ग किमी में फैला है।
5. सुंदरवन भारत के 14 बायोस्फीयर रिजर्व में से एक बाघ संरक्षित क्षेत्र है और और 1989 में सुंदरबन इलाके को बायोस्फीयर रिजर्व घोषित किया गया था।
6. आज का सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान को 1973 में सुंदरबन टाइगर रिजर्व का प्रमुख क्षेत्र और 1977 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया था। 4 मई 1984 को इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था। इस उद्यान को भी वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर में शामिल किया है।
7. कई दुर्लभ और प्रसिद्ध वनस्पतियों और बंगाल टाइगर के निवास स्थान सुंदरवन को 'सुंदरबोन' भी कहा जाता है, जो भारत तथा बांग्लादेश में स्थित विश्व का सबसे बड़ा नदी डेल्टा भी है। यह डेल्टा बंगाल टाइगर के लिए सबसे बड़े रिजर्व में से एक है
8. यहां पर पक्षियों, सरीसृप और अकशेरुकी प्रजातियों के जीव-जंतुओं के साथ ही खारे पानी के घड़ियाल को भी देखश जा सकता है। यहा जंगली मुर्गी, विशाल छिपकली, चित्तीदार हिरण, जंगली सूअर, मगरमच्छ आदि जैसे कई अन्य वन्य पशुओं को देखना भी अद्भुत है।
9. सुंदरबन विलुप्तप्राय प्रजातियों जैसे बटागुर बसका, किंग क्रैब और ऑलिव रिडल कछुए का निवास स्थान भी है।
10. साइबेरियाई बतख के अलावा भी कई विदेशी पक्षी मौसम बदलने के दौरान समय समय पर यहां आते हैं।