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जंगल की यात्रा पर जाने से पहले जान लें ये 6 जरूरी बातें

हमें फॉलो करें जंगल की यात्रा पर जाने से पहले जान लें ये 6 जरूरी बातें

अनिरुद्ध जोशी

, शुक्रवार, 15 जनवरी 2021 (18:41 IST)
रहस्यों से भरे हैं भारत के जंगल। जंगल में रहना बहुत ही रोमांचक और खतरों से भरा है। भारत कई प्रकार के जंगली जीवों का, अनेक पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों का घर है। घने जंगल और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों के कारण यह देश धरती का सबसे सुंदरतम स्थान है। तप और ध्यान करने के लिए प्राचीनकाल में भारत सबसे उपयुक्त स्थान हुआ करता था। भारत के मध्य में स्थित 'दंडकारण्य' में हजारों ऋषियों के आश्रम थे और यहां दुनिया की सबसे प्राचीन गुफाएं और प्राचीन नगर के अवशेष आज भी मौजूद हैं।
 
 
1.भारत के जंगलों में शानदार हाथी की चिंघाड़, मोर का नाच, ऊंट की सैर, शेरों की दहाड़, लाखों पक्षियों की चहचहाहट सुनने और देखने को मिलेगी। भारत में जंगली जीवों की बहुत बड़ी संख्या है। यहां जंगली जीवों को देखने देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। भारत में 70 से अधिक राष्ट्रीय उद्यान और 500 से अधिक जंगली जीवों के अभयारण्य हैं इसके अतिरिक्त पक्षी अभयारण्य भी हैं। 
 
2. ऐसे बहुत से लोग रहे हैं, जो भारत के अबूझमाड़, काजीरंगा, कान्हा या अफ्रीका के कालाहारी रेगिस्तान के जंगल या अमेजन में रास्ता भटककर घूम गए और उनमें से कुछ तो लौटे नहीं लेकिन कुछ एक माह और कुछ पूरे 1 साल बाद लौटे। जंगल में सबसे ज्यादा खतरा रहता है किसी जंगली जानवर से आपका सामना होना। 
 
3. जो लौट आए उनकी कहानियां सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। आप भी जंगल की रोमांचकारी सैर करने की सोचते होंगे। हालांकि जंगल देखने जाना किसी टूरिस्ट की तरह और जंगल की रोमांचक सैर करना दोनों ही बातों में जमीन-आसमान का फर्क है। यदि आप जंगल की रोमांचकारी सैर करने की सोच रहे हैं तो ध्यान रखें कि कभी भी बिना योजना और सुरक्षा के न निकलें अन्यथा आपको लेने के देने ही नहीं, बल्कि जान के लाले भी पड़ जाएंगे। जंगल में दो रात बिताना कितना मुश्किल होता, यह कोई जंगल में रहकर ही जान सकता है।
 
 
4. अगर आप कभी किसी ऐसे एरिया में ट्रेवल करने वाले हैं, जहां पर फोन, पुलिस और इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं है तो आपके सामने खतरा और रोमांच है जिसके लिए आपको हमेशा तैयार रहना होगा। देखना होगा कि आपके पास पीने का पानी, खाने का भोजन और सुरक्षा से रहने का सामान कितना है? आपको यह भी समझना होगा कि आसपास नदी कितनी दूर है और पहाड़ी कितनी ऊंची? कौन-सी दिशा किधर और कितना भयानक है जंगल? सबसे जरूरी कि आपको जानवर और जंगल के बारे में कितना ज्ञान है? यदि ये सब हैं तो आप भटकने के बाद सकुशल घर लौट आएंगे।
 
 
5. हालांकि आपकी इस रोमांचकारी यात्रा में आपको जो अनुभव होगा उसको बयां तो आप ही कर सकते हैं। हो सकता है कि कोई भटकती आत्मा नजर आ जाए या किसी मांसाहारी जानवर से आपका सामना हो जाए। खासकर आपको रात में जंगल के जंगल होने का अहसास होगा। जंगल में सबसे ज्यादा खतरा रहता है किसी जंगली जानवर से आपका सामना होना। शेर, चीते या बाघ से कहीं ज्यादा खतरनाक होते हैं जंगली कुत्ते, भेड़िये और लकड़बग्घे। दरअसल, ये बहुत तादाद में होते हैं और इनकी सूंघने की क्षमता भी अन्य जानवरों से कहीं ज्यादा होती है। ये लगभग 16 से 20 किलोमीटर दूर से ही सूंघ लेते हैं अपने शिकारी को। जंगल से बाहर निकलने, खाने-पीने या रात गुजारने से पहले जंगली जानवरों से बचने के बारे में आप सबसे पहले सोचें अन्यथा आप वक्त से पहले ही मारे जाएंगे।
 
 
6. देश के प्रमुख अभयारण्य : 
टॉप टेन जंगल : कान्हा किसली (मध्यप्रदेश), काजीरंगा राष्ट्रीय अभयारण्य, असम, सुंदरवन राष्ट्रीय अभयारण्य, पश्चिम बंगाल, सरिस्का एवं रणथम्भौर (राजस्थान), गिर वन्यजीव अभयारण्य, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क, कैम्पबॅल बे राष्ट्रीय उद्यान, इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान और ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान।
 
 
प्रमुख 10 के अलावा सैकड़ों जंगल हैं जिनमें प्रमुख हैं- नंदादेवी राष्ट्रीय अभयारण्य (उत्तराखंड), फूलों की घाटी (उत्तराखंड), पन्ना नेशनल पार्क (मध्यप्रदेश), पेंडारी जू (छत्तीसगढ़), भीतरकर्णिका राष्ट्रीय उद्यान (ओडिशा), सरगुजा के तैमोर पिंगला अभयारण्य (छत्तीसगढ़), पलामू अभयारण्य (झारखंड), दाल्मा वन्यजीव अभयारण्य (झारखंड), हजारीबाग वन्यजीव अभयारण्य (झारखंड), कैमूर वन्यजीव अभयारण्य (बिहार), नल सरोवर अभयारण्य (गुजरात), दुधवा राष्ट्रीय उद्यान (उत्तरप्रदेश), चंद्रप्रभा अभयारण्य (उत्तरप्रदेश), भद्रा अभयारण्य (कर्नाटक), सोमेश्वर अभयारण्य (कर्नाटक), तुंगभद्रा अभयारण्य (कर्नाटक), पाखाल वन्यजीव अभयारण्य (आंध्रप्रदेश), कावला वन्यजीव अभयारण्य (आंध्रप्रदेश), मानस राष्ट्रीय उद्यान (असम), घाना पक्षी विहार (राजस्थान), रणथम्भौर अभयारण्य (राजस्थान), कुंभलगढ़ अभयारण्य (राजस्थान), पेंच राष्ट्रीय उद्यान (मध्यप्रदेश), तंसा भयारण्य (महाराष्ट्र), बोरिविली राष्ट्रीय उद्यान (महाराष्ट्र), अबोहर अभयारण्य (पंजाब), चिक्ला अभयारण्य (ओडिशा), सिम्लिपाल अभयारण्य (ओडिशा), वेदांतगल अभयारण्य (तमिलनाडु), इंदिरा गांधी अभयारण्य (तमिलनाडु), मुदुमलाई अभयारण्य (तमिलनाडु), डाम्फा अभयारण्य (मिजोरम), पेरियार अभयारण्य (केरल), पराम्बिकुलम अभयारण्य (केरल), पंचमढ़ी अभयारण्य (मध्‍यप्रदेश), डाचिगम राष्ट्रीय उद्यान (जम्मू-कश्मीर), किश्तवाड़ राष्ट्रीय उद्यान (जम्मू-कश्मीर), बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान (मध्यप्रदेश), नागरहोल राष्ट्रीय उद्यान (कर्नाटक), पेंडारी जू (मध्यप्रदेश), पखुई वन्य जीवन अभयारण्य (अरुणाचल), सुल्तानपुर झील अभयारण्य (हरियाणा), रोहिला राष्ट्रीय उद्यान (हिमाचल), भगवान महावीर उद्यान (गोवा), नोंगखाइलेम अभयारण्य (मेघालय), कीबुल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान (मणिपुर) आदि। इनमें से एक भी हमारी टॉप टेन की लिस्ट में नहीं है। अगले पन्ने पर पढ़िए टॉप टेन जंगलों के बारे में।

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