कचरा ही कचरा !

Webdunia
WD
कचरा उठाकर ले जाने वाला चोर नहीं कहलात ा, ऐसा क्यों?

- द िमाग में काम की चीजों के साथ ढेर सारा कचरा भी भरा होता है और कचरे के बीच काम की चीजें भी ढूँढने पर मिल जाती है। निष्कर्ष यह निकला कि दिमाग व कचरा दोनों इंसान के काम की चीजें हैं।

लेखक लोग खूब साहित्यिक कचरा फैलाते हैं और उपर से अपेक्षा करते हैं कि अधिक से अधिक लोग उसे समेटें और उस पर भी वह कभी खत्म न हो।

नेता लोग मतदाताओं से भले ही वादा न निभाएँ मगर अपने खास समर्थकों-प्रचारकों से किए गए वादे खूब निभाते हैं। कचरे के इस डिब्बे में सबसे अधिक कचरा डालने वाले को सम्मानित किया जाना चाहिए।
Show comments

बॉलीवुड हलचल

तलाक के 10 साल बाद ऐसा है रितिक रोशन और सुजैन खान का रिश्ता

माता-पिता के नाम को जोड़कर रखा गया था रवीना टंडन का नाम

ढाई आखर: घरेलू हिंसा जैसे संवेदनशील विषय पर बनी फिल्म

वरुण धवन ने किया सिटाडेल: हनी बनी का प्रमोशन, शानदार स्टंट बाइक पर सवार होकर आए वेन्यू पर

जब अपने 5 महीने के बेटे को होटल में ही भूल गई थीं आयुष्मान खुराना की पत्नी ताहिरा कश्यप

सभी देखें

जरूर पढ़ें

स्त्री 2 फिल्म समीक्षा : विक्की की टीम का इस बार सरकटा से मुकाबला

खेल खेल में मूवी रिव्यू: अक्षय कुमार की कॉमिक टाइमिंग जोरदार, लेकिन ‍क्या फिल्म है मजेदार?

वेदा फिल्म समीक्षा: जातिवाद की चुनौती देती जॉन अब्राहम और शरवरी की फिल्म | Vedaa review

औरों में कहां दम था मूवी रिव्यू: अजय देवगन और तब्बू की फिल्म भी बेदम

Kill movie review: खून के कीचड़ से सनी सिंगल लोकेशन थ्रिलर किल