आज करै सो काल कर,
काल करै सो परसों,
इतनी जल्दी काहे की,
जीना अभी है बरसों ।
ऐसी वाणी बोलिए,
कि जमके झगड़ा होए,
और उनसे मत लड़िए,
जो आपसे तगड़ा होए ।
बुरे समय को देखकर,
गंजे तू क्यों रोए,
किसी भी हाल में तेरा,
बाल ना बांका होए।
दोहों को स्वीकारिए,
या दीजै ठुकराए,
जैसे हमसे बन पड़ा,
वैसे दिए बनाए।