भारत की UNSC में स्थायी सदस्यता को लेकर क्या बोले UN प्रमुख गुतारेस?

Webdunia
शुक्रवार, 8 सितम्बर 2023 (21:42 IST)
UN Secretary General Antonio Guterres: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि आतंकवाद मानवाधिकार का सबसे बड़ा उल्लंघन है। आतंकवाद को कतई सही नहीं ठहराया जा सकता है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता के मुद्दे पर कहा कि मैं इस संबंध में भारत की आकांक्षाओं को अच्छी तरह समझता हूं। 
 
आतंकवाद के खतरे से निपटने की बात पर गुतारेस ने कहा कि यह कुछ ऐसा है, जो मेरी प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद ऐसी चीज़ है, जिसका हमें गंभीरता से मुकाबला करना चाहिए और यह अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की मौलिक प्राथमिकता होनी चाहिए। 
 
आतंकवाद पर भारत की चिंताओं पर बात करते हुए गुतारेस ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने भारत की स्वाभाविक रूप से अपनी चिंताएं हैं। गुतारेस ने अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाने के भारत के प्रस्ताव पर कहा कि मुझे लगता है कि यह एक उत्कृष्ट विचार है।
 
यूएनएससी में भारत की सदस्यता : वहीं, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता को लेकर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख गुतारेस ने कहा कि मैं इस संबंध में भारत की आकांक्षाओं को पूरी तरह से समझता हूं। हमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की संरचना को आज की दुनिया की वास्तविकताओं के अनुरूप समायोजित करने की आवश्यकता है।
 
बहुपक्षीय संस्थानों में सुधारों की जरूरत पर जोर देते हुए गुतारेस ने कहा कि जब इन संस्थानों का सृजन किया गया था, तब आज के कई देश अस्तित्व में भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) और कई अन्य के लिए भी सच है। जब पूछा गया कि क्या यह भारत के यूएनएससी का सदस्य बनने का समय है, इस पर गुतारेस ने कहा कि इसका निर्णय मुझे नहीं लेना कि यूएनएससी में कौन शामिल होगा, यह फैसला सदस्यों को लेना है।
 
उन्होंने कहा, लेकिन यह जाहिर है कि आज भारत दुनिया का सबसे बड़ी जनसंख्या वाला देश है और बहुपक्षीय प्रणाली में बहुत महत्वपूर्ण साझेदार है। गुतारेस ने कहा कि मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मुझे लगता है कि हमें आज की दुनिया को परिलक्षित करने के लिए बहुपक्षीय प्रणाली में सुधारों की जरूरत है।
 
क्या बहुपक्षीय संस्थानों में सुधार के लिए समय-सीमा होनी चाहिए, इस पर संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि इसकी जरूरत है, लेकिन मुझे पूरी तरह नहीं पता कि यह कब होगा। मुझे लगता है कि यह तत्काल जरूरी है।
 
यूक्रेन-रूस युद्ध : इससे पहले गुतारेस ने कहा कि उन्हें इस बात की बहुत उम्मीद नहीं है कि रूस-यूक्रेन संघर्ष पर निकट भविष्य में कोई शांति समाधान निकल पाएगा। दोनों देश अब भी संघर्ष को समाप्त करते हुए नहीं दिखाई दे रहे।
 
क्या भारत युद्ध को समाप्त करने में मध्यस्थता कर सकता है, इस बारे में पूछे जाने पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने कहा कि जब संघर्ष होता है तो सभी तरह के मध्यस्थता के प्रयासों का स्वागत है....(लेकिन) मुझे बहुत उम्मीद नहीं है कि निकट भविष्य में कोई शांति समाधान निकलेगा। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

अमित शाह बोले- नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त होगा देश, नक्सलियों से की यह अपील

भारत ने बांग्लादेश को दी चेतावनी, खुद के गिरेबान में झांक लो, बंगाल हिंसा पर ज्ञान न दे

अमेरिका ने दी भारतीय छात्रों को चेतावनी, कानून का उल्लंघन करने वालों को होगी सजा

तमिलनाडु के CM स्टालिन ने अमित शाह को दी चुनौती, जानिए किन मुद्दों पर साधा निशाना...

ये हैं दुनिया के शीर्ष 10 शक्तिशाली देशों की नई लिस्ट, क्या कायम है अमेरिका का दबदबा? जानिए भारत का नंबर

सभी देखें

नवीनतम

कटनी में स्कूल टीचर का पाप, बच्चों को खुलेआम पिलाई शराब, कलेक्टर ने किया सस्पेंड

Chhattisgarh: कोरबा में चोरी के शक में मालिक ने श्रमिकों को दीं यातनाएं, नाखून उखाड़े व करंट लगाया

कूनो के बाद अब गांधी साागर अभ्यारण्य होगा चीतों का नया आशियाना, बोत्सवाना से भी आएंगे और चीते

हरगोविंद दास और चंदन दास के परिजनों से मिले राज्यपाल बोस, शव पर मिले थे चाकू के निशान

नशे में धुत था, दांतों के काटकर अलग कर दी पत्नी की उंगली

अगला लेख