बत्रा के गृहनगर पालमपुर, मंडी और सोलन में अपनी रैलियों में मोदी ने लोगों से जुड़ने का प्रयास करते हुए दिवंगत कैप्टन विक्रम बत्रा के नाम और उनके नारे ‘य े दिल मांगे मोर’ का इस्तेमाल किया। कारगिल युद्ध में शहीद होने से पहले कैप्टन बत्रा ने विज्ञापन नारा ‘ए दिल मांगे मोर’ कहा था।
लेकिन इस नारे के उपयोग ने बत्रा के माता-पिता जी एल बत्रा और कमल कांत बत्रा को नाराज कर दिया है और उन्होंने कहा कि उनके (बेटे के) नाम पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
बत्रा के पिता जीएल बत्रा ने कहा कि मेरी पत्नी कमल कांत बत्रा हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में आम आदमी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं लेकिन हमने कभी अपने बेटे के नाम का इस्तेमाल नहीं किया। (भाषा)