वाराणसी सीट, अब तक का इतिहास

Webdunia
FILE
वाराणसी लोकसभा सीट का इतिहास दिलचस्प है। 1952 से 1962 तक तीन लोकसभा चुनावों में यहां से कांग्रेस प्रत्याशी ने जीत हासिल की, जबकि 1967 के चुनाव में भाकपा ने पहली और आखरी बार अपना नाम यहां से दर्ज कराया।

1971 में एक बार फिर कांग्रेस को यहां से विजय हासिल हुई, लेकिन 1977 में जनता लहर के दौरान ऐतिहासिक सिटी बनारस पर युवा तुर्क कहे जाने वाले चंद्रशेखर ने परचम लहराया। 1980 में एक बार फिर कांग्रेस लौटी और वरिष्ठ नेता कमलापति त्रिपाठी वाराणसी सीट से जीतकर संसद में पहुंचे। कमलापति त्रिपाठी उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इसके बाद 1984 और 2004 में ही कांग्रेस यहां से जीत सकी।

1989 में जनता दल से अनिल कुमार शास्त्री जीते। शेष पांच चुनावों में भाजपा का ही परचम फहराया है। एक बार शिरीष चंद्र दीक्षित, तीन बार शंकर प्रसाद जायसवाल और 2009 के पिछले चुनाव में डॉ. मुरली मनोहर जोशी वाराणसी सीट से सांसद रहे हैं।

वाराणसी से कब कौन जीता... देखें अगले पेज पर...


वर्ष सांसदपार्टी
1952रघुनाथसिंहकांग्रेस
1957रघुनाथसिंहकांग्रेस
1962रघुनाथसिंहकांग्रेस
1967सत्यनारायण सिंहभाकपा
1971 राजाराम शास्त्रीकांग्रेस
1977चंद्रशेखरजनता पार्टी
1980कमलापति त्रिपाठीकांग्रेस (इंदिरा)
1984श्यामलाल यादवकांग्रेस
1989अनिल कुमार शास्त्री जनता दल
1991शिरीषचंद्र दीक्षितभाजपा
1996शंकर प्रसाद जायसवालभाजपा
1998शंकर प्रसाद जायसवालभाजपा
1999शंकर प्रसाद जायसवालभाजपा
2004डॉ. राजेश कुमार मिश्राकांग्रेस
2009डॉ. मुरली मनोहर जोशीभाजपा

Show comments

जरूर पढ़ें

50 साल बाद भी मानसिकता नहीं बदली, गांधी परिवार के खिलाफ किसने दिया यह बयान

सोने की चिड़िया की नहीं, भारत को अब शेर बनने का समय आ गया, केरल में ऐसा क्यों बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत

रेव पार्टी पर छापा, पूर्व मंत्री खड़से के दामाद समेत 7 लोग हिरासत में

केंद्रीय विवि में नियुक्ति को लेकर Congress का केंद्र पर निशाना, कहा- OBC, SC-ST को नहीं दी नौकरियां

Mansa devi mandir stampede : हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में किस अफवाह के कारण मची भगदड़? सामने आया कारण, देखें वीडियो

सभी देखें

नवीनतम

पृथ्वी अवलोकन उपग्रह Nisar 30 जुलाई को होगा प्रक्षेपित, NASA और ISRO का है संयुक्त अभियान

LIVE: विपक्ष का हंगामा, लोकसभा की कार्रवाई स्थगित, ऑपरेशन सिंदूर पर होना थी चर्चा

भारत के 10 हथियार जिनसे अमेरिका भी घबराता है, चीन भी मानता है लोहा

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से सुलह संबंधी बातचीत से किया इंकार, जानिए क्यों

बिरला की राहुल को हिदायत, अपने नेताओं को समझाइए कि जनता ने पर्चियां फेंकने के लिए नहीं भेजा