संजय निरूपम

Webdunia
FILE
6 फरवरी 1965 को बिहार के रोहतक में एक साधारण परिवार में जन्‍मे संजय निरूपम उत्‍तर मुंबई के वर्तमान सासंद हैं।

उनके पिता का नाम स्‍व. बृजकिशोर लाल व माता का नाम प्रेमदेवी है। वे लोकसभा की लोक लेखाकंन कमेटी और वित्‍तीय कमेटी के सदस्‍य हैं।

इससे पहले वे दो बार राज्‍यसभा के सदस्‍य भी रह चुके हैं। एक बार कांग्रेस की ओर से और इससे पूर्व वे शिवसेना की ओर से एक बार राज्‍यसभा के सदस्‍य भी रह चुके हैं। वर्तमान में वे लोकसभा में कांग्रेस की ओर से उत्‍तर-मुंबई का प्रतिनिधित्‍व कर रहे हैं।

निरूपम ने रोहतक से स्‍कूली शिक्षा प्राप्‍त कर स्‍नातक की डिग्री पटना से की। 1986 में उन्‍होंने दिल्‍ली का रुख़ किया और एक जर्नलिस्‍ट के तौर पर अपने करियर की शुरुआत की। वे हिन्दी साहित्‍य अकादमी, महाराष्‍ट्र के उपाध्‍यक्ष भी रह चुके हैं।

आगे चलकर उन्‍होंने शिवसेना की ओर से राज्‍यसभा का चुनाव जीता लेकिन 2005 में उन्‍होंने कांग्रेस ने नाता जोड़ लिया। राजनीति के अतिरिक्‍त निरूपम मुंबई में पारंपरिक कुश्‍ती संघ के अध्‍यक्ष हैं, और प्रत्‍येक वर्ष वे बड़े पैमाने पर एक कुश्‍ती प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं, जिसमें अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर के खिलाड़ी शिरकत करते हैं।
Show comments

जरूर पढ़ें

Raja Raghuvanshi murder : क्या राज की दादी को पता थे सोनम के राज, सदमे में हुई मौत, पोते को बताया था निर्दोष

जनगणना कैसे की जाती है और क्या है census का महत्व? संपूर्ण जानकारी

New FASTag Annual Pass Details : 3000 रुपए का नया FASTag, 200 ट्रिप, 7,000 की होगी बचत, 15 अगस्त से शुरुआत, नितिन गडकरी ने दी जानकारी

भारत के किस राज्य में कितनी है मुसलमानों की हिस्सेदारी, जानिए सबसे ज्यादा और सबसे कम मुस्लिम आबादी वाले राज्य

SIM Card के लिए सरकार ने बनाए नए Rules, KYC में पड़ेगी इन दस्तावेजों की जरूरत

सभी देखें

नवीनतम

Ahmedabad Plane Crash : भाई की अंतिम यात्रा में शामिल हुए विश्वास कुमार, विमान हादसे के दौरान बगल में बैठा था

झारखंड में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 56 IAS अधिकारियों का किया तबादला

जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा कोई रियायत नहीं बल्कि संवैधानिक अधिकार : फारूक अब्दुल्ला

iran israel conflict : क्या ईरान-इजराइल युद्ध में होगी अमेरिका की डायरेक्ट एंट्री, डोनाल्ड ट्रंप रुकेंगे नहीं, खामेनेई झुकेंगे नहीं

Ahmedabad Plane Crash : डीएनए जांच से 208 मृतकों की हुई पहचान, परिजनों को सौंपे 170 शव