राहुल ने ईटीवी के साथ एक साक्षात्कार में यह भी स्वीकार किया कि हो सकता है कि संप्रग सरकार ने एक या दो गलतियां की हों। उन्होंने वादा किया यदि 2014 लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सत्ता में आई तो उनके नेतृत्व में एक परिवर्तन लाने वाली सरकार का गठन होगा।
उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद यदि सांसद उन्हें प्रधानमंत्री बनाना चाहेंगे तो वह इस पर 99 प्रतिशत नहीं बल्कि 103 प्रतिशत सहमत होंगे और वादा किया कि उनके नेतृत्व में सरकार भारत में बदलाव लाएगी।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि वह व्यवस्था और ढांचे में बदलाव लाएगी। वह सरकार परंपरागत नहीं होगी। वह बदलाव लाने वाली सरकार होगी जो ढांचे में जबर्दस्त परिवर्तन लाएगी। वह जबर्दस्त प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने इसके साथ ही इस बात पर भी जोर दिया कि वह राहुल गांधी की सरकार नहीं होगी। वह भारत के लोगों की सरकार होगी जिनकी आवाज सत्ता के गलियारों में गूंजेगी। हम प्रत्येक क्षेत्र में जितना संभव होगा उतना अधिकार जनता को देंगे ताकि देश का नागरिक होने के नाते वे शक्ति स्वत: प्राप्त कर सकें। हमारा रूख यह होगा कि आप काम करिये और हम आपकी क्षमताओं पर विश्वास करें।
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