World Population Day 2022 : हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की एक परिषद ने 11 जुलाई 1987 को की थी तभी से हर साल जनसंख्या दिवस मनाया जाता है।
क्यों मनाते हैं विश्व जनसंक्या दिवस : किसी भी देश की जनसंख्या के आकार का प्रभाव देश के विकास की गति पर अवश्य पड़ता है। देश की जनसंख्या जितनी अधिक होती है विकास पर उतना अधिक असर पड़ता है। हालांकि सबसे अधिक असर विकासशील देशों पर पड़ता है। इस खास दिन पर समूचे विश्व में अलग-अलग प्रकार के आयोजन किए जाते हैं ताकि अधिक से अधिक लोगों को बढ़ती जनसंख्या और उसके नुकसान के प्रति जागरूक कर सकें। बढ़ती जनसंख्या के चलते गरीबी, भुखमरी, बेरोजगारी, अशिक्षा और बीमारी आदि की समस्याएं उत्पन्न होती है। हालांकि जहां अब जनसंख्या सीमित से अधिक होने लगे उन देशों की समस्या भी तेजी से बढ़ने लगी है। यह एक चिंता का विषय बन रहा है। जिस पर सभी को चिंता करने की जरूरत है।
जनसंख्या वृद्धि को लेकर हमें कोविड-19 वायरस महामारी से सबक ले लेना चाहिए। जी हां, चीन के बाद भारत दुनिया की सबसे बड़ी आबादी वाला देश है। लेकिन कोरोना काल में जनसंख्या अधिक होने से समस्या को संभालने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इससे सबक लेते हुए देश के साथ विश्व में भी जनसंख्या वृद्धि को लेकर अधिक से अधिक जागरूक करने की जरूरत है।
विश्व जनसंख्या दिवस 2022 की थीम : '8 बिलियन की दुनिया : सभी के लिए एक लचीला भविष्य की ओर- अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना।