दुनियाभर में बढ़ती और घटती आबादी के लिए अलग-अलग चाइल्ड पॉलिसी अपनाई जा रही है। आने वाले समय में कई देशों में आबादी तेजी से बढ़ेगी तो कहीं तेजी से घटेगी। जनसंख्या वृद्धि को लेकर लैंसेट की एक जनरल रिपोर्ट में भी आने वाले समय में घटती-बढ़ती आबादी को लेकर अनुमानित खुलासे किए है, जो एक चैंकाने वाली बात है, आज आपको उन देशों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जनसंख्या कम है और आने वाले समय में पहले से भी और कम हो जाएगी। साथ ही जनसंख्या जहां पर्याप्त है वहां और अधिक हो जाएगी। हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। आइए जानते हैं इससे जुड़ी रिपोर्ट पर आधारित निम्न बातें -
जापान: लैंसेट में छपी रिपोर्ट के अनुसार इस सदी के आखिरी तक जापान में बूढ़े लोगों की संख्या अधिक होगी और आबादी आधी हो जाएगी। गौरतलब है कि जापान में दुनिया के सबसे अधिक बुजुर्ग है। इस देश में 100 साल से अधिक बुजुर्ग की संख्याा भी ज्यादा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक साल 2040 तक जापान में बुजुर्गों की संख्याध् 35 फीसदी से भी अधिक हो जाएगी।
इटली: साल 2017 के आंकड़ों के मुताबिक यहां की आबादी करीब 6 करोड़ 10 लाख थी। लैंसेट की जनरल रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले वक्त में यहां की आबादी सिर्फ 80 लाख रह जाएगी। बता दें कि विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार इटली में 23 फीसदी आबादी 65 साल से अधिक उम्र की है।
ईरान: इस्लामिक देश के रूप में पहचान रखने वाले इस देश की आबादी भी कम होने का अनुमान लगाया जा रहा है। आने वाले सदी के आखिरी वक्त में यहां की आबादी कम हो जाएगी। ईरान में आबादी को नियंत्रित करने पर जोर दिया गया था। लेकिन अब उससे भी अधिक कम बच्चे हो रहे हैं जिसका एक कार सामने आ रहा है आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होना।
ब्राजील - लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में ब्राजील की आबादी करीब 21 करोड़ थी लेकिन 2100 तक यह आबादी घटकर 16 करोड़ रह जाएगी।
लेकिन कुछ देश है जिनकी आबादी आने वाले समय में बढ़ेगी आइए जानते हैं - ,
भारत - भारत देश तेजी से उभरता हुआ देश है। यह विकास की राह पर भी आगे बढ़ रहा लेकिन आने वाले समय में आबादी और अधिक होगी। अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2100 तक भारत चीन को पछाड़ कर सबसे अधिक आबादी वाला देश बन जाएगा। हालंाकि लैंसेट की रिपोर्ट के मुताबिक सदी के आखिरी छोर तक आबादी घटकर 1 अरब 10 करोड़ रह जाएगी।
नइजीरिया - लैंसेट रिपोर्ट के अनुसार साल 2100 तक दक्षिण अफ्रीका की संख्या बढ़कर करीब 3 अरब पहुंच सकती है। साथ ही यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि जीडीपी में भी वृद्धि होगाी और काम करने की संख्या का तबका भी बड़ा होगा।
चीन - आज के वक्त में दुनिया की सबसे अधिक आबादी वाला देश है। साथ ही वहां पर काम करने वालों की दर भी अधिक है। इतना ही नहीं जनसंख्या को कंट्रोल करने के लिए चीन ने वन चाइल्ड पॉलिसी भी लागू की थी घटती आबाद की चिंता में फिर से 2 चाइल्ड पॉलिसी लाने की बात सामने आ रही है। लैसेंट की रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले कुछ सालों में चीन की आबादी 1 अरब 40 करोड़ तक पहुंच जाएगी। लेकिन सदी के अंत तक यह 70 करोड़ रह जाएगी।
आगामी समय में भारत के कई राज्यों में भी वन चाइल्ड पॉलिसी को लागू करने पर विचार किया जा रहा है।