आज भी वह समाजसेवा करने से कभी पीछे नहीं हटती चाहे फिर वह गणेश विर्सजन के बाद बीच की सफाई हो, सरकारी अस्पताल में जाकर मरीजों की सुध लेना हो, लोगों को जागरुक करने हेतु मैराथन में भाग लेना हो, क्रिसमस पर गरीब बच्चों को कपड़े, चॉकलेट बांटना हो या फिर समाजसेवा से जुड़े कई और मुद्दे हों। हर जगह उनका योगदान बहुत सराहनीय रहा है।
आज देश को प्रिया जैसे सच्चे समाजसेवी और राजनीतिज्ञ की जरूरत है जो राजनीति के अर्थ को समझ सकें और समाज की स्थिति को सुधारने के लिए कार्य कर सकें।