क्यों खास होता है गुड़ी पड़वा का पर्व? जानिए इससे जुड़े रोचक तथ्य

WD Feature Desk
शनिवार, 29 मार्च 2025 (07:03 IST)
Gudi padwa 2025: गुड़ी पड़वा महाराष्ट्र और गोवा में मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण उत्सव है। यह चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को मनाया जाता है। यह त्योहार वसंत ऋतु की शुरुआत और नए साल का प्रतीक है। इस साल गुड़ी पड़वा 30 मार्च 2025, रविवार को मनाया जाएगा। यह दिन न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी बेहद अहम है, क्योंकि यह हिंदू नववर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। हर राज्य में इस पर्व का नाम अलग अलग है। इस दिन से चैत्र नवरात्र भी प्रारंभ होगा।

गुड़ी पड़वा का महत्व
गुड़ी पड़वा कई कारणों से एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह महाराष्ट्र और गोवा में पारंपरिक हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है। यह वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है, जो नई शुरुआत और विकास का समय है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान ब्रह्मा ने ब्रह्मांड का निर्माण किया था। यह भगवान राम की लंका पर विजय और अयोध्या वापसी का भी प्रतीक है। यह त्योहार सांस्कृतिक कार्यक्रमों, पारंपरिक भोजन और उत्सवों के साथ मनाया जाता है।

गुड़ी पड़वा की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता
गुड़ी पड़वा के दिन के साथ जुड़ी कई पौराणिक कथाएँ हैं। इनमें से एक प्रमुख कथा है छत्रपति शिवाजी महाराज से जुड़ी, जो इस दिन को विजय दिवस के रूप में मनाने का कारण बनती है। कहा जाता है कि इसी दिन शिवाजी महाराज ने विदेशी घुसपैठियों को पराजित कर विजय प्राप्त की थी। विजय के प्रतीक स्वरूप उन्होंने विजय ध्वज फहराया, जो गुड़ी पड़वा के दिन की परंपरा बन गई। 

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गुड़ी पड़वा से जुड़े रोचक तथ्य

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