गांधीनगर। गुजरात विधानसभा चुनाव के लगभग एक महीने पहले पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल की एक कथित सेक्स सीडी सोशल मीडिया पर सामने आई। इस सीडी के सामने आते ही गुजरात की राजनीति में हड़कंप मच गया। इस पर हार्दिक ने कहा कि इसे भाजपा के इशारे पर छेड़छाड़ से तैयार कर वितरित किया गया और उन्हें बदनाम करने के लिए भाजपा गंदी राजनीति कर रही है।
भाजपा ने पटेल के आरोपों को खारिज किया और कहा कि उनमें हिम्मत है तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराएं। इस कथित वीडियो में हार्दिक जैसा एक व्यक्ति देखा जा सकता है जो एक अज्ञात महिला के साथ है। बताया जाता है कि यह वीडियो 16 मई 2017 का है जिसे एक होटल में शूट किया गया है।
जब यह वीडियो अपराह्न में सामने आया तो हार्दिक पटेल पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के सदस्यों के साथ एक बैठक में थे और वह विपक्षी कांग्रेस द्वारा दिए गए प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे थे। पटेल ने पत्रकारों से कहा, 'केवल कुछ दिन पहले ही मैंने मीडिया के समक्ष शंका जतायी थी कि इस तरह की सीडी वितरित की जाएगी। यह गंदी राजनीति की शुरुआत है। मुझे विश्वास है कि भाजपा के लोग कुछ और सीडी वितरित करेंगे। लेकिन मैं इस तरह की चालों को लेकर चिंतित नहीं हूं।'
उन्होंने कहा, 'यह बदली गई क्लिप है और आने वाले दिनों में खुद को निर्दोष साबित करने के लिए मैं सबूत दूंगा। मुझे बदनाम करके भाजपा सत्ता में बने रहना चाहती है।'
इस बीच सोशल मीडिया पर सीडी जारी करने वाले का केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया के साथ फोटो भी वाइरस हुआ।
केन्द्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया ने पटेल के आरोपों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में यह एक शर्मनाक घटना है। यदि वीडियो फर्जी है तो हार्दिक पटेल को पुलिस के पास जाना चाहिए और एक शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा ने क्लिप के साथ कुछ भी नहीं किया है। (भाषा)