गांधीनगर। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर गुजरात चुनाव में प्रचार के दौरान झूठे आंकड़े पेश करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शुक्रवार को उन्हें चुनौती दी कि वह इनके स्रोतों का खुलासा करें।
रूपाणी ने कहा कि गांधी एक बड़े नेता हैं और उन्हें बिना उचित आधार और सत्यता वाली बातें नहीं करनी चाहिए। मैं उन्हें उनके आंकड़ों को साबित करने की चुनौती देता हूं। वह कहते हैं कि नर्मदा परियोजना का पानी उद्योगपतियों को ही मिलता है जबकि सच यह है कि 78 प्रतिशत पानी राज्य के 9500 गांवों में लोगों को, 20 प्रतिशत किसानों को और मात्र 2 प्रतिशत ही उद्योगों को मिलता है।
मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा कि वह (राहुल) राज्य में 13 हजार सरकारी स्कूल बंद होने की झूठी बात बोलते हैं जबकि हकीकत में 17 हजार नए स्कूल खुले हैं। वह गुजरात में 30 लाख बेरोजगार होने की आधारहीन बात करते हैं जबकि राज्य पिछले 14 साल में रोजगार देने में देश में सिरमौर है। इसके आकंड़े 10 साल तक केंद्र की कांग्रेस सरकार भी जारी करती रही है।
हालिया सरकारी आंकड़ों के अनुसार गुजरात ने अकेले देश के कुल रोजगार सृजन में 83 प्रतिशत का योगदान दिया है। यहां मात्र करीब पौने छह लाख बेरोजगार पंजीकृत हैं। गुजरात में प्रति हजार बेरोजगारों की संख्या केरल, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक समेत कई राज्यों से बहुत बेहतर है।
रूपाणी ने कहा कि राहुल नोटबंदी और जीएसटी को चुनावी लाभ के लिए मुद्दा बना रहे हैं पर आठ नवंबर को नोटबंदी के बाद से हुए सभी चुनावों में भाजपा की जीत ने इस पर जनता का समर्थन सिद्ध किया है। उल्टे कांग्रेस ने काले धन के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया। जीएसटी पर भी कांग्रेस की दोहरी नीति है।
इसका हर यश तो वह खुद लेना चाहती है पर अपयश भाजपा के माथे डाल रही है, जबकि जीएसटी काउंसिल की अब तक 90 बैठकों में हुए सर्वसम्मत फैसलों में कांग्रेस शासित राज्यों के वित्त मंत्रियों की भी सहमति शामिल थी। रूपाणी ने साख निर्धारण संस्था मूडीज तथा फिंच की ओर से भारत की स्थिति बेहतर बताने की रिपोर्टों की भी चर्चा की और कहा कि मोदी के सभी मुद्दों का जनता ने समर्थन किया है। (वार्ता)