अहमदाबाद/नई दिल्ली। गुजरात विधानसभा चुनाव की मतगणना जब गुरुवार को शुरू होगी तो सभी की निगाहें आम आदमी पार्टी पर टिकी होंगी, क्योंकि नतीजे अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा की दिशा तय करेंगे। भाजपा के गुजरात के गढ़ में सेंध लगाने के उद्देश्य से आम आदमी पार्टी (AAP) ने सभी 182 विधानसभा सीट पर अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारा और आक्रामक प्रचार अभियान भी चलाया। सवाल यह है कि क्या गुजरात और हिमाचल के परिणामों से चौंका देगी आम आदमी पार्टी?
चुनाव प्रचार के दौरान पार्टी ने खुद को और अपने राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को क्रमशः भारतीय जनता पार्टी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के समक्ष एकमात्र चुनौती के रूप में पेश किया। एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के लिए, एक राजनीतिक संगठन को कम से कम चार राज्यों में मान्यता प्राप्त करने की आवश्यकता होती है।
राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए किसी दल को राज्य की कम से कम 2 सीट पर जीत और विधानसभा चुनाव में 6 प्रतिशत वोट हासिल करने की आवश्यकता होती है। मोदी के गृह राज्य में चुनावों के परिणाम यह निर्धारित करेंगे कि क्या आप आंकड़ों में नंबर दो के रूप में कांग्रेस को सफलतापूर्वक हटा सकती है और भाजपा के समक्ष प्रमुख चुनौती के रूप में उभर सकती है।
ऐसा अगर होता है तो 2024 के लोकसभा चुनावों में मोदी के रथ को रोकने में केजरीवाल की भूमिका भी इससे निर्धारित होगी। दिल्ली, पंजाब और गोवा में पहले से ही राज्य पार्टी के रूप में मान्यता प्राप्त करके आप राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने से सिर्फ एक राज्य दूर है।
दूसरे शब्दों में कहें तो राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिये आप को गुरुवार को होने वाली मतगणना में 2 सीट पर जीत और 6 प्रतिशत मत हासिल करने की आवश्यकता है। एक राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा आप की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षा के लिए एक प्रेरणा होगा। हालांकि, एग्जिट पोल के पूर्वानुमान में गुजरात में आप को कोई बड़ी जीत मिलती नहीं दिखाई गई है।
सोमवार को जारी किए गए एग्जिट पोल ने गुजरात में भाजपा की बड़ी जीत की भविष्यवाणी की। एग्जिट पोल में 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा को 117 से 151 सीट, मुख्य विपक्षी कांग्रेस को 16 से 51 सीट मिलती दिखाई गई, वहीं आप को 2-13 सीट मिलने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेवलपिंग सोसाइटीज (सीएसडीएस) के एक राजनीतिक विश्लेषक प्रवीण राय ने पीटीआई को बताया कि आप ने गुजरात में गति प्राप्त की है और यह विधानसभा चुनाव में कुछ सीट जीतती हुई प्रतीत होती है।
यह आप के लिए एक बड़ी जीत होगी, भले ही वह केवल 10-15 सीट जीत सके, क्योंकि गुजरात में अब तक कोई तीसरा राजनीतिक दल ऐसा नहीं कर सका है। अहमदाबाद स्थित एक राजनीतिक विश्लेषक दिलीप गोहिल ने बताया कि आप लगभग 12 सीट जीत सकती है - सूरत में 2-3, सौराष्ट्र में 7-8, आदिवासी पट्टी में दो और उत्तर व मध्य गुजरात में कुछ जगह वह चौंका सकती है।
आप को हालांकि एग्जिट पोल के पूर्वानुमान से ज्यादा सीट जीतने की उम्मीद है। आप की गुजरात इकाई के मुख्य प्रवक्ता योगेश जदवाणी से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर को चुनाव नतीजे सभी एग्जिट पोल को गलत साबित करेंगे।
उन्होंने पार्टी द्वारा कराए गए एक आंतरिक आकलन के हवाले से दावा किया कि 1 दिसंबर को पहले चरण में जिन 89 सीट पर चुनाव हुआ था उनमें से 45 से ज्यादा सीट पर आप जीतेगी। उन्होंने कहा कि हम सूरत में छह सीट जीत रहे हैं और सौराष्ट्र में 30 से ज्यादा सीट जीतेंगे। इनपुट भाषा Edited by Sudhir Sharma