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गूगल मैप्स ने गलती से असम पुलिस को नगालैंड पहुंचाया, लोगों ने बनाया बंधक

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वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, गुरुवार, 9 जनवरी 2025 (12:38 IST)
Google Maps error: जोरहाट (असम) पुलिस (Assam Police) की 16 सदस्यीय टीम को गूगल मैप्स की गलत जानकारी के कारण परेशानी का सामना करना पड़ा। वे गलती से नगालैंड (Nagaland) पहुंच गए। वह एक आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी, तभी स्थानीय लोगों ने उन्हें बदमाश समझ लिया।
 
गूगल मैप्स एक एप्लीकेशन है जिसका उद्देश्य यात्रियों को उनके वांछित गंतव्य तक पहुंचने में मदद करना है। उसने गलती से असम पुलिस की एक टीम को छापेमारी के दौरान नगालैंड के मोकोकचुंग जिले में पहुंचा दिया जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय लोगों ने उन पर हमला किया और उन्हें एक रात के लिए बंधक बना लिया।ALSO READ: उत्तर प्रदेश में गूगल मैप ने ले ली 3 लोगों की जान, जानिए कैसे हो गया हादसा?
 
गूगल मैप्स नेविगेशन एक चाय बागान का स्थान दिखाया : गूगल मैप्स नेविगेशन ने पुलिस को असम में एक चाय बागान का स्थान दिखाया। असम पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना मंगलवार रात को हुई, जब जोरहाट जिला पुलिस की 16 सदस्यीय टीम एक आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी कर रही थी।ALSO READ: गूगल मैप की वजह से सांसत में पड़ी जान, जंगल में गुजरी रात, पुलिस बनी मददगार
 
उन्होंने कहा कि गूगल मैप्स असम में एक चाय बागान क्षेत्र दिखा रहा था। लेकिन वास्तव में यह स्थान नगालैंड के अंदर था। उन्होंने कहा कि जीपीएस पर भ्रम और भ्रामक मार्गदर्शन के कारण टीम अपराधी की तलाश में नगालैंड के अंदर चली गई। हालांकि स्थानीय लोगों ने पुलिस टीम को अत्याधुनिक हथियारों से लैस बदमाशों के रूप में समझा और उन्हें हिरासत में ले लिया। चूंकि 16 में से 13 अधिकारी सिविल ड्रेस में थे इसलिए स्थानीय लोगों के बीच भ्रम और बढ़ गया।ALSO READ: जियोगेम्स ने अपने प्लेटफॉर्म पर किया गूगल गेमस्नैक्स का इंटीग्रेशन
 
वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने टीम पर हमला भी किया और हमारा 1 कर्मी घायल हो गया। नगालैंड में इस स्थिति के बारे में जानकारी मिलने के बाद जोरहाट पुलिस ने तुरंत मोकोकचुंग के पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया जिन्होंने तुरंत ही 16 सदस्यीय असम पुलिस दल को बचाने के लिए एक दल मौके पर भेजा।
 
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों को तब एहसास हुआ कि यह असम से एक असली पुलिस दल था और उन्होंने घायल व्यक्ति सहित 5 सदस्यों को रिहा कर दिया। हालांकि स्थानीय लोगों ने शेष 11 अधिकारियों को रातभर बंधक बनाए रखा और सुबह ही उन्हें छोड़ा। बाद में टीम जोरहाट लौट आई।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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