अगले वर्ष 2021 को हरिद्वार में कुंभ मेले का आयोजन होने वाला है। कोरोना का असर 2021 में हरिद्वार में होने वाले कुंभ मेले पर भी रहेगा। कुंभ का आयोजन मुख्य तौर पर मार्च से अप्रैल के बीच किया जाएगा, परंतु इसकी अधिसूचना फरवरी के अंत में होगी। आओ जानते हैं इस बार के कुंभ में क्या होने जा रहा है खास।
हरिद्वार में गंगा नदी में, उज्जैन में शिप्रा नदी में, नासिक में गोदावरी और प्रयाग (इलाहाबाद) में गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम स्थल पर कुंभ का आयोजन होता है। हिंदू धर्मग्रंथ के अनुसार इंद्र के बेटे जयंत के घड़े से अमृत की बूंदे भारत में चार जगहों पर गिरी- हरिद्वार, उज्जैन, नासिक और प्रयाग। उज्जैन को कुंभ को सिंहस्थ कहते हैं। धार्मिक विश्वास के अनुसार कुम्भ में श्रद्धापूर्वक स्नान करने वाले लोगों के सभी पाप कट जाते हैं और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है।
1. हरिद्वार में 2021 में होने जा रहे कुंभ का आयोजन इस बार साढ़े तीन महीने के बजाय केवल 48 दिन का ही होगा।
2. इस बार कुंभ में कोरोना का भी खौफ रहेगा, इसीलिए इसके लिए विशेष तैयारियां की जाएगी और इसीलिए इसकी समायावधी घटा दी गई है।
3. कोरोना के कारण ऋद्धालुओं के लंबे प्रवास के बजाय, मेले को मुख्य तौर पर स्नान तक सीमित रहेगा। पहली बार कुंभ में सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी होगी। अस्थायी घाटों पर सुरक्षा के लिए डीप वॉटर बेरिकेडिंग होगी। प्रत्येक बेरिकेडिंग चार मीटर के दायरे में होगी। इनमें पानी का स्तर चार फीट से ज्यादा नहीं रहेगा, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित रहकर आसानी से स्नान कर सकें।
4. कुंभ नगरी हरिद्वार में इस वक्त 1073 पुलिसकर्मी और दो कंपनी पीएसी पहले ही तैनात है। कुंभ में इस बार कुल करीब 15 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की जानी है। कुंभ में एनएसजी सहित पैरामिलिट्री फोर्स की 40 कंपनियां रहेंगी मुस्तैद।
5. कुंभ में सर्विलांस सिस्टम स्थापित करने को सीएम त्रिवेंद्र रावत ने 17.34 करोड़ की मंजूरी प्रदान की है। इसमें पहली किस्त के रूप में 6.94 करोड़ की धनराशि जारी हो गई है।
6. मेले में एक हजार बेड के अस्थाई कोविड केयर सेंटर स्थापित करने के लिए सीएम ने 15.46 करोड़ की स्वीकृति दी है, जिसमें से 6.18 करोड़ जारी हो गए हैं। अन्य चिकित्सा सुविधाओं के लिए भी 2.93 करोड़ की स्वीकृति प्रदान की गई है, जिसमें से 1.17 करोड़ रुपये जारी कर दिए गए हैं। कुंभ मेले में कोरोना की जांच के लिए 3 बड़े कोविड केयर सेंटर भी बनेंगे।
7. मेला क्षेत्र में इस बार सिर्फ 5 कनेक्टिंग ब्रिज बनेंगे। मेला क्षेत्र को आपस में जोड़ने के लिए इस बार तीन जगहों पर सिर्फ पांच अस्थायी लिंक ब्रिज बनाए जाएंगे। पिछले कुंभ मेले में 18 जगह पर 32 पुल बनाए गए थे।
8. कुंभ मेले में होंगे कुल चार शाही स्नान। पहला: 11 मार्च 2021 को महाशिवरात्रि, दूसरा: 12 अप्रैल को सोमवती अमावस्या, तीसरा: 14 अप्रैल को संक्राति और बैसाखी और चौथा: 27 अप्रैल को चैत्र पूर्णिमा।
9. इस बार तंबुओं की संख्या भी सीमित रहेगी। इस संबंध में प्रशासन की अखाड़ा परिषद से वार्ता चल रही है। कोरोना की स्थिति के अनुसार निर्णय लिया जाएगा।
10. भारतीय रेलवे ने कुंभ को ध्यान में रखते हुए रेल यात्रियों के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है. रेल यात्रियों के कुंभ को ध्यान में रखते हुए 35 स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी. वहीं हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए मेला कंट्रोल सिस्टम भी तैयार किया गया है।