हरिद्वार। परी अखाड़ा की मुखिया साध्वी त्रिकाल भवंता ने बुधवार को हरिद्वार पहुंच कुंभ मेला आईजी संजय गुंज्याल से मुलाकात कर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि से अपनी जान का खतरा बताते हुए आईजी कुंभ से सुरक्षा देने की मांग की है।
आईजी कुंभ संजय गुंज्याल ने उन्हें इस मामले की सत्यता जांचने के बाद कार्रवाई करने का भरोसा दिया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि उन्हें बार-बार अपमानित करते हैं। उन्हें अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरि से व्यक्तिगत तौर पर खतरा है।
उन्होंने यह भी बताया कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उन्हें अपमानित करने के मामले में 10 लोगों को तलब किया है, जिनमें नरेंद्र गिरि भी शामिल हैं। परी अखाड़ा की मुखिया साध्वी त्रिकाल भवंता का कहना है कि उन्होंने महिलाओं के लिए अलग से परी अखाड़ा बनाया है।
जिसमें वे अन्य साधु-संतों से अलग स्नान की बात भी करती हैं। जिससे नाराज होकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष बार-बार उनका अपमान करते रहते हैं। उन्होंने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री व डीजीपी से भी अपनी सुरक्षा को लेकर मांग करने की बात कही।
हेमकुंड में हेली सेवाओं की कवायद तेज : उत्तराखंड चारधाम और हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने की तिथि तय होने के बाद अब हेली सेवाओं की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की कवायद तेज हो गई है। हर साल की तरह इस बार चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाएं संचालित की जाएंगी।
गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) हेली सेवाओं की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटा हुआ है। 10 मई को हेमकुंड साहिब, 14 मई को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम, 17 मई को केदारनाथ धाम और 18 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम की यात्रा शुरू हो जाएगी।
हेली सेवाएं संचालित करने के लिए पिछले साल ही पर्यटक विभाग ने हेली कंपनियों के साथ तीन साल का करार किया था। लेकिन कोरोना के कारण पिछले साल चारधाम की हेली सेवाएं काफी देरी से शुरू हुईं। इस बार चारधाम यात्रा शुरू होने के साथ ही हेली सेवाएं शुरू करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि इस साल केदारनाथ व हेमकुंड के लिए हेली सेवाओं का संचालन पिछले साल तय की गई दरों के अनुसार ही होगा। प्रदेश में हर साल केदारनाथ और हेमकुंड के लिए हेली सेवा के संचालन के लिए नागरिक उड्डयन विभाग टेंडर जारी करता है, ताकि न्यूनतम दरों पर हेली सेवाओं का संचालन करने वाली हेली कंपनियों को यह टेंडर दिया जा सके, लेकिन किराए की दरों को लेकर हर साल विवाद भी होता रहा है।
इसके साथ ही इस विवाद की वजह से हेली सेवाएं लेट शुरू हो रही थीं, जिसे देखते हुए पिछले साल नागरिक उड्डयन विभाग ने हेली कंपनियों के साथ तीन साल के लिए टेंडर जारी कर दिए थे, ताकि तय समय पर हेली सेवाएं शुरू हों,और यात्रियों को सस्ते दरों पर टिकट मिलने के साथ ही किसी भी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
नागरिक उड्डयन सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि साल 2020 में तीन सालों के लिए टेंडर जारी किए गए थे, इस कारण इस साल किराए में वृद्धि नहीं होगी।हेली सेवाओं के लिए निर्धारित किराया फाटा से केदारनाथ जाने के लिए श्रद्धालुओं को 2,360 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है।
सिरसा से केदारनाथ के लिए 2,340 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है। गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए 3,875 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किया गया है। गोविंद घाट से घाघरिया के लिए 2,975 रुपए प्रति व्यक्ति निर्धारित किए गए हैं।