देहरादून। तीरथसिंह रावत (Tirath Singh Rawat) मुख्यमंत्री बनने के बाद एक्शन में हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद तीरथ ने अधिकारियों के साथ बातचीत की और इस दौरान उन्होंने आज होने वाले शाही स्नान के मौके पर हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा करवाकर वाह-वाही बटोरी।
तीरथ सिंह रावत आज स्वयं भी हरिद्वार पहुंच गए और श्रद्धालुओं के ऊपर पुष्पवर्षा की। शाही स्नान में पहुंचकर तीरथसिंह रावत ने श्रद्धालुओं के बीच जाकर महाशिवरात्रि के आस्था के इस पर्व में लोगों को संदेश देने का काम किया।
पहले सुबह मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत अपने राजनीतिक गुरु मेजर जनरल बीसी खंडूरी से मुलाकात की। जहां दोनों के परिवारिक सदस्य भी मौजूद रहे। तीरथसिंह रावत जनरल खंडूरी को राजनीतिक गुरु मानते हैं, जो उनकी राजनीतिक सफलता में बड़ी भूमिका निभाते रहे।
उनके ही वक्त तीरथ भाजपा अध्यक्ष बने जब जनरल खंडूरी के पुत्र मनीष खंडूरी कांग्रेस से और तीरथसिंह रावत भाजपा के उम्मीदवार के रूप में पिछले लोकसभा चुनाव में पौड़ी में आमने-सामने थे। तब भी लोग यह जानना चाहते थे कि जनरल खंडूरी अपने पुत्र के लिए प्रचार करते हैं या तीरथ सिंह रावत के लिए। लेकिन जनरल खंडूरी वादे के पक्के निकले और वे न तो पुत्र के प्रचार में आए और न ही अपने शिष्य तीरथ के।
इस तरह से उन्होंने पुत्र और तीरथ के बीच के रिश्ते के संतुलन को बनाए रखा। अब जब तीरथ राज्य के उच्चतम पद यानी मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हैं तब भी आशीर्वाद लेना न भूले। इससे उन्होंने प्रदेश के ब्राह्मण लॉबी को भी एक तरह से यह संदेश देने की कोशिश की कि वे जातिगत संतुलन साधकर ही प्रदेश को चलाएंगे। हर किसी को सम्मान देना वे जानते हैं।
शैलेश बगोली होंगे अब मुख्यमंत्री के सचिव : मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल का पहला आदेश आइएएस शैलेश बगोली को सचिव मुख्यमंत्री बनाकर किया है। 2002 बैच के आईएएस अधिकारी शैलेश बगोली अब तक सचिव परिवहन, शहरी विकास, आवास के अलावा उत्तराखंड आवास एवं नगर विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक का काम देख रहे थे।
रूठे साधुओं को मनाने के लिए पुष्पवर्षा : मुख्यमंत्री तीरथसिंह रावत त्रिवेंद्र सरकार से रूठे साधुओं को मनाने में लग गए। माना जा रहा था कि साधु-संत कुंभ को छोटी अवधि में समेटने और इसको दिव्य और भव्य रूप से कराने में केंद्रीय एसओपी के नाम पर श्रद्धालुओं को रोकने के त्रिवेंद्र सरकार के आदेशों से रूष्ठ थे, इसलिए तीरथ सिंह रावत ने शपथ लेने के दूसरे ही दिन केन्द्र के नेताओं और पीएम और गृह मंत्री से मिलने से पूर्व संतों से आशीर्वाद लेना अधिक महत्वपूर्ण माना।
उन्होंने महाशिवरात्रि के अवसर पर हर की पैड़ी हरिद्वार पहुंचकर मां गंगा से प्रदेशवासियों की सुख समृद्धि की कामना की। हर की पैड़ी में शाही स्नान पर पहुंचे साधु-संतों और श्रद्धालुओं का भी मुख्यमंत्री ने स्वागत किया। मुख्यमंत्री तीरथसिंह रावत ने हरिद्वार के कुंभ मेले में पहुंचकर गंगा नदी में पुष्पवर्षा की।
उन्होंने कहा कि मैं लोगों को शुभकामनाएं देता हूं। साधु-संतों के स्वागत के लिए हेलीकॉप्टर से फूलों के वर्षा की व्यवस्था की गई है। साधु-संतों से आशीर्वाद प्राप्त कर उन्होंने कुंभ व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने का भी भरोसा उन्हें दिया। इस मौके पर उनकी पत्नी डॉ. रश्मि भी साथ थीं।