देहरादून। उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद गुरुवार को तीरथ सिंह रावत अपने राजनीतिक गुरु और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूरी से मिले और चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया। मुलाकात के बाद रावत ने कहा कि खंडूरी उनके आदर्श और पितातुल्य हैं। उन्होंने कहा कि जनरल साहब मेरे पितातुल्य हैं और राजनीति में मैंने उनसे बहुत कुछ सीखा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खंडूरी से सीखकर ही वे आज इस मुकाम पर पहुंचे हैं और वे उनके आदर्श हैं। इस दौरान खंडूरी ने उन्हें बीच में टोकते हुए कहा कि आदर्श तो ठीक है, लेकिन उन्होंने उन्हें बहुत हड़काया है। इस पर रावत ने कहा कि हड़काता वही है जिसमें अपनापन होता है। बच्चों को ही हड़काया जाता है।
रावत के मुख्यमंत्री बनने पर खुशी जाहिर करते हुए खंडूरी ने कहा कि तीरथ सिंह एक बेहद समर्पित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कहा कि जब मैं शुरू में राजनीति में आया था तब मुझे तीरथ के पीछे-पीछे चलना पडता था, क्योंकि उसे सब जानते थे और मुझे कोई पहचानता भी नहीं था। खंडूरी ने अपने आपको भाग्यशाली बताया कि फौज से राजनीति में आने के बाद उन्हें तीरथ सिंह जैसे अच्छे लोग मिले।
वर्ष 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव नतीजों पर तीरथ सिंह के आने के असर के बारे में पूछे जाने पर खंडूरी ने कहा कि भाजपा का अपना एक चरित्र है और नेतृत्व का प्रभाव पड़ता है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि परिणाम अच्छा आएगा। उन्होंने कहा कि तीरथ सिंह एक योग्य व्यक्ति हैं। साथ ही उनकी पृष्ठभूमि देखिए, वे बचपन से ही संगठन में काम करते आए हैं। उनके ऊपर कोई दाग या आरोप नहीं है। लोग भी ऐसे नेतृत्व को पसंद करते हैं। मुझे विश्वास है कि परिणाम अच्छा आएगा। (भाषा)