आखिर क्यों होता है मोटापा?

-सेहत डेस्क

Webdunia
FILE
मोटापा एक ऐसी बीमारी है, जो स्त्री, पुरुष व बच्चे किसी को भी हो सकती है। मोटापा व्यक्ति की सुन्दरता नष्ट कर देता है और ज्यादा मोटापा समाज में हास्यास्पद स्थिति पैदा कर देता है।

मोटापा कई कारणों से हो सकता है जैसे- खान-पान, बैठक का काम करना, व्यायाम न करना आदि। कई बार मोटापा वंशानुगत भी होता है, परिवार में सभी मोटे लोग हैं तो आने वाली संतान भी मोटी हो सकती है।

जिस प्रकार खांसी को, कब्ज को रोग का घर कहा जाता है, वैसे ही मोटापे को भी कई बीमारियों का जनक माना जाता है। दिल संबंधी, ब्लडप्रेशर संबंधी, गैस संबंधी, डायबिटीज संबंधी आदि कई तरह की बीमारियों का संबंध मोटापे से होता है।

शरीर में अतिरिक्त चर्बी जम जाने पर यह प्रकट होता है। मोटापा शरीर के कुछ अंगों पेट, जांघ, हाथ, नितम्ब, कमर आदि को अनावश्यक रूप से फुलाते हुए अपने आस-पास के अंगों को दबाता चला जाता है, इस तरह यह पूरे शरीर को अपने कब्जे में ले लेता है।

इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दिल, दिल की धमनियों आदि पर होता है। मोटापे में दिल के आसपास धमनियों में चर्बी जमा हो जाती है और दिल की परेशानियां बढ़ जाती हैं।

आचार्य चरक के अनुसार : अधिक मोटे व्यक्ति के शरीर में चर्बी ही बढ़ती है, अन्य धातुएं उतनी नहीं बढ़तीं। मोटे व्यक्ति अल्पायु तो होते हैं, पुरुषत्वहीन, वीर्यविहीन, पसीने से परेशान, भूख-प्यास से व्याकुल तथा अनेक बीमारियों से ग्रस्त होते हैं। मोटा व्यक्ति भूख शांत करने के लिए नहीं खाता, बल्कि स्वादेन्द्रियों को शांत करने के लिए नाना प्रकार के भोजन करता है।

यूं भी कह सकते हैं कि अतिरिक्त भोजन मिलने पर, आरामतलब होने पर तथा परिश्रम न करने पर हमारा शरीर अनावश्यक चर्बी एकत्र करने लग जाता है, यही चर्बी मोटापे का रूप होती है। चर्बी शरीर के लिए आवश्यक होती है, लेकिन जरूरत से ज्यादा चर्बी हानिकारक होती है।

चर्बी शरीर के सेल बनाने के लिए जरूरी है, सामान्य शरीर के लिए प्रतिदिन 60 ग्राम चर्बी जरूरी होती है। एक चौथाई चम्मच में 9 कैलोरी होती है। इसी प्रकार एक ग्राम प्रोटीन या कार्बोहाइड्रेट में मात्र 4 कैलोरी होती है।

मोटापे के कारण

* मोटापे का सबसे प्रमुख कारण है आरामतलबी होना, अय्याशी का जीवन जीना और परिश्रम न करना।

* चाहे जब भोजन करना, भोजन में वसा, मिठाई, तेल, घी, दूध, अंडे, शराब, मांस, धूम्रपान, अन्य तरह का नशा आदि की अति कर देना।

FILE
* महिलाओं में मोटापा फैलने के कारणों में- भोजन में अति, भोजन पश्चात दिन में सोना व परिश्रम कम करना, गर्भवती स्त्रियों को गर्भस्थ शिशु के नाम पर अनावश्यक खिलाते रहना। प्रसव बाद भी मेवों का अति सेवन कराना और शारीरिक श्रम कम करना, हमेशा घर में ही बने रहना आदि। प्रायः बाहर काम करने वाली स्त्रियां हाउस वाइफ की अपेक्षा कम मोटी होती हैं।

* बच्चों के मोटापे का कारण भी यही है कि माता-पिता लाड़-प्यार में बच्चे को वसा, प्रोटीन से भरपूर पदार्थ अनावश्यक खिलाते रहते हैं। इससे शरीर में मेद वृद्धि बचपन से ही आ जाती है। कई बार दुबले माता-पिता के बच्चे इसी कारण मोटापे की गिरफ्त में आ जाते हैं।

* शरीर की कुछ ग्रंथियां भी मोटापे का कारण होती हैं, मौलिक चयापचय की क्रिया व शरीरिक क्रियाशीलता के फलस्वरूप अवटुका ग्रंथि और पीयूष ग्रंथि के स्रावों की कमी की वजह से मोटापा पनपता है।

* वंश परंपरा भी मोटापे का कारण है, यहां इसे रोग नहीं कह सकते। मोटे माता-पिता के बीज से पैदा होने वाला बच्चा भी मोटा ही होता है।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

गर्मियों में बार-बार लगती है भूख? ये 10 हल्के और हेल्दी मन्चिंग ऑप्शंस रखेंगे आपको फ्रेश और फिट

जानिए पेट साफ न होने पर क्यों निकल आते हैं पिम्पल्स

AC की ठंडी हवा बन सकती है अस्थमा मरीजों के लिए जान का खतरा, डिटेल में जानें पूरा सच

कहीं कम प्यास लगने के पीछे हाई कोर्टिसोल तो नहीं है वजह? जानिए हाई कोर्टिसोल और कम प्यास का क्या है कनेक्शन

क्या खतरे में है मीडिया की निष्पक्षता? 2025 में क्या है वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम डे की थीम, जानिए विस्तार से

सभी देखें

नवीनतम

क्या गर्मियों में आइसक्रीम खाना बढ़ा सकता है अस्थमा का खतरा?

फैटी लिवर और डायबिटीज जैसी बीमारियों को छूमंतर करने के लिए असरदार है प्लांट बेस्ड डाइट, जानिए फायदे

घर की लाड़ली को दीजिए माता सीता और उनके गुणों से प्रेरित सुंदर नाम, जानिए अर्थ

जानिए रविंद्रनाथ ठाकुर के जीवन से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य जो उनके महान व्यक्तित्व के परिचायक हैं

आतंकवाद और उसके आकाओं को देना होगा कड़ा जवाब