एक तरफ कोविड का खतरा कम हो रहा है वहीं दूसरी और एक नई बीमारी सामने आ रही है। ब्रिटेन में लासा बुखार का एक मामला सामने आया है जिससे एक मरीज की मौत भी हो चुकी है। नाइजीरिया में लासा नामक एक जगह है जहां पहला मामला सामने आया था। वहीं से इसे लासा बुखार या लासा वायरस नाम दिया है। आइए जानते हैं इसके बारे में और क्या है लक्षण -
CDC के मुताबिक इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं है। रोगियों को बहुत दुर्लभ केस में अस्पताल में भर्ती करने की जरूरत पड़ सकती है। क्योंकि सही इलाज वक्त पर मिलने पर ठीक होने की आशंका ज्यादा है। देरी होने पर मौत की संभावना बढ़ जाती है। वहीं गर्भवती महिलाओं को अधिक खतरा है। उन्हें अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है।
चूहों से फैलता है बुखार, संक्रमण का भी खतरा
पहली बार यह वायरस 1969 में नाइजीरिया में पाया गया था। इसे दो नर्सों की मौत हो गई थी। फिलहाल यह वायरस पश्चिम अफ्रीका में पाया गया है। संक्रमित चूहें के मल या दूषित भोजन से संपर्क में आने पर यह इंसानों में फैलता है। इसके बाद इंसानों से इंसानों में फैलता है।हालांकि अभी निश्चित रूप से नहीं कहा जा सकता है कि संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलेगा ही। या हाथ मिलाने और गले लगाने से भी।
लासा बुखार के लक्षण
- 1 से 3 सप्ताह में दिखाई देते हैं
- हल्का बुखार, थकान, कमजोरी, सिरदर्द होना।
- सांस लेने में परेशानी होना।
- चेहरे पर सूजन आना।
- पेट और पीठ में दर्द होना।
- उल्टी होना।