यूरिक एसिड एक आम बीमारी बनती जा रही है। शुरूआत में इसके लक्षण जरा भी नजर नहीं आते हैं। लेकिन जब बॉडी में यूरिक एसिड बढ़ जाता है तो इस बीमारी के संकेत मिलने लगते हैं। यह बीमारी महिलाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही है। बता दें कि पेट में यूरिक एसिड जमा होने के बाद समस्या बढ़ने लगती है। दरअसल, आपके द्वारा खाई गई चीजें यूरिक एसिड में बदलने लगती है। इसके बाद किडनी उसे फिल्टर करती है। और वह बॉडी से यूरिन के तहत बाहर निकलती है। लेकिन जब किडनी उसे फिल्टर नहीं कर पाती है तो वह एसिड पेट में जाम होने लगता है। जिस वजह से पैरों में दर्द बढ़ जाता है। यूरिक एसिड बढ़ने पर खानपान का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है। तो आइए जानते हैं पैरों में होने वाली समस्या कौन सी है, जो हाई यूरिक एसिड का संकेत देती है -
1. पैरों में अकड़न - अगर आपके पैर लगातार मोड़नें या उठने-बैठने में दुख रहे हैं तो सतर्क हो जाएं। दवा लेने या तेल की मालिश करने पर भी आराम नहीं मिलता है तो डॉक्टर से संपर्क करें। ऐसा इसलिए यूरिक एसिड बढ़ जाने पर पैरों की समस्या अधिक बढ़े उससे पहले उसे दिखा सकें।
2.जोड़ों में दर्द होना - यूरिक एसिड बढ़ने से शरीर में जोड़ों के दर्द बढ़ जाते हैं। मौसम बदलने पर दर्द और अधिक होने लगते हैं। हाथ की मुट्ठी बंद करने में भी दर्द होता है। साथ हाथ की सारी उंगलियों में दर्द होने लगता है। ऐसे में खानपान का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी होता है।
3.सूजन - यूरिक एसिड के लक्षण शुरूआत में नहीं दिखते हैं लेकिन पैरों से जुड़ी समस्या अधिक होने पर समझ आता है। कई बार दर्द के कारण हाथ-पैर में सूजन भी आ जाती है। चलने में समस्या होने लगती है। इतना ही नहीं समस्या बढ़ने पर पैरों को हिलाने - डुलाने में भी समस्या आने लगती है। इस तरह से यूरिक एसिड बढ़ने पर पैरों की समस्या शुरू हो जाती है। जैसे - जैसे यह समस्या बढ़ने लगती है तो हड्डियां भी बढ़ने लगती है। एड़ी में भी भयंकर दर्द उठता है। ऐसे में खाने में जैतून के तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने वाले लोग इस तेल का अधिक सेवन करते हैं।