जन्माष्टमी का पर्व पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। श्रद्धालु इस भक्तिमय त्योहार में भगवान की उपासना में लीन रहते हैं। आपने श्रीकृष्ण की बाल रूप में कई लीलाओं के बारे में सुना होगा। उन्हीं में से एक है माखन चुराना। कान्हा को सफेद माखन बहुत प्रिय था जिसे चुराने के लिए वे हर तरह के प्रयास करते थे।
अब जरा सोचिए! आखिर नंदगोपाल को माखन इतना प्रिय व इतना ज्यादा पसंद क्यों था? तो चलिए जानते हैं इस जन्माष्टमी के अवसर पर मक्खन के फायदों के बारे में-
अधिकतर लोग मक्खन खाने से दूरी बनाए रखते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इसके सेवन से वजन बढ़ सकता है लेकिन सफेद मक्खन से इस बात की चिंता करने की जरूरत नहीं है और यह वजन नहीं बढ़ने देता है।
मक्खन के सेवन से चेहरे पर झुर्रियों की समस्या नहीं होती है और यह चेहरे पर चमक लाने का काम करता है।
यदि आप मुंहासों से परेशान हैं, तो मक्खन आपकी इस समस्या को हल कर सकता है। इसके इस्तेमाल से त्वचा के रोमछिद्र बंद नहीं होते हैं।
त्वचा में ग्लो लाने के लिए मक्खन बहुत फायदेमंद है। यदि आप इसका नियमित सेवन करते हैं तो कुछ ही दिनों में आपके चेहरे पर नेचुरल ग्लो नजर आने लगेगा।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मक्खन बहुत फायदेमंद है। इम्यून सिस्टम के कमजोर होने से संक्रमण या अन्य बीमारियां हावी होती हैं। इसके लिए इम्यून सिस्टम का मजबूत होना जरूरी है जिसमें मदद करता है मक्खन।
बच्चों को मक्खन देने से उनकी आंखों की रोशनी तेज होती है।
सफेद मक्खन में मौजूद कैल्शियम हड्डियां मजबूत बनाता है इसलिए यह आपको शारीरिक रूप से मजबूत करने में मदद करता है।