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दिल की बीमारी से बचाव के लिए जरूरी हैं ये 6 एक्सरसाइज, जानिए कैसे रखें अपना दिल तंदुरुस्त

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WD Feature Desk

, सोमवार, 23 जून 2025 (12:51 IST)
heart ke liye exercise: आज के तेज रफ्तार और तनाव से भरे जीवन में सबसे ज्यादा अगर कोई अंग प्रभावित हो रहा है तो वह है, हमारा दिल। पहले जहां हार्ट अटैक या हार्ट डिजीज को केवल उम्रदराज लोगों की समस्या माना जाता था, वहीं अब 30 की उम्र के पहले ही हार्ट स्ट्रोक्स के मामले सामने आ रहे हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है, निष्क्रिय जीवनशैली (Sedentary Lifestyle), गलत खान-पान, बढ़ता तनाव और शारीरिक गतिविधियों की कमी। लेकिन अच्छी बात ये है कि कुछ आसान और नियमित एक्सरसाइज़ को अपनी दिनचर्या में शामिल करके हम इस खतरे को काफी हद तक कम कर सकते हैं।
 
नीचे हम विस्तार से जानेंगे ऐसी 6 व्यायामों (Exercises) के बारे में जो आपके हृदय को मजबूत बनाते हैं, ब्लड सर्कुलेशन को दुरुस्त रखते हैं और दिल की बीमारियों के खतरे को कम करते हैं।
 
1. तेज चलना (Brisk Walking) 
अगर आप फिटनेस की शुरुआत कर रहे हैं तो तेज़ चलना सबसे आसान लेकिन असरदार एक्सरसाइज है। हर दिन सिर्फ़ 30 मिनट की तेज चाल में वॉकिंग आपके दिल की धड़कन को नियंत्रित करती है, शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और कोलेस्ट्रॉल लेवल घटता है। यह व्यायाम न सिर्फ वजन घटाने में मदद करता है बल्कि तनाव को भी कम करता है, जो कि दिल की बीमारियों का एक मुख्य कारण है।
 
2. साइक्लिंग 
साइक्लिंग एक कार्डियो एक्सरसाइज़ है जो दिल की कार्यक्षमता को बढ़ाती है। जब आप साइकिल चलाते हैं, तो आपकी हृदयगति नियंत्रित रूप से तेज होती है, जिससे दिल की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं। साइक्लिंग से टांगों की मसल्स भी एक्टिव रहती हैं और वजन भी नियंत्रण में रहता है। रोजाना सिर्फ 20-30 मिनट साइक्लिंग से आप दिल को लंबे समय तक सेहतमंद बना सकते हैं।
 
3. योग और प्राणायाम 
योग न केवल शरीर को लचीला और संतुलित बनाता है, बल्कि मानसिक तनाव को भी काफी हद तक कम करता है। ‘अनुलोम-विलोम’, ‘कपालभाति’ और ‘भ्रामरी’ जैसे प्राणायाम दिल की धड़कन को संतुलित रखते हैं और ऑक्सीजन सप्लाई बेहतर करते हैं। वहीं 'त्रिकोणासन', 'भुजंगासन' और 'ताड़ासन' जैसे योगासन हृदय की मांसपेशियों को लचीला बनाते हैं और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं।
 
4. तैराकी (Swimming) 
स्विमिंग एक लो-इम्पैक्ट कार्डियो एक्सरसाइज है जो पूरे शरीर को एक्टिव करती है। पानी में तैरने से शरीर का वजन कम महसूस होता है जिससे जोड़ों पर दबाव नहीं पड़ता, लेकिन दिल को उतनी ही मेहनत करनी पड़ती है, जिससे वह मजबूत बनता है। हफ्ते में 3 से 4 दिन 30 मिनट की तैराकी, हृदय रोग के खतरे को काफी हद तक कम कर सकती है।
 
5. जॉगिंग या रनिंग 
अगर आपकी फिटनेस लेवल ठीक है और आप थोड़ा और आगे बढ़ना चाहते हैं, तो जॉगिंग और रनिंग एक बेहतरीन विकल्प है। इससे हार्ट बीट कंट्रोल में रहती है, ब्लड वेसल्स की एलास्टिसिटी बढ़ती है और शरीर में ब्लड फ्लो बेहतर होता है। नियमित रनिंग से हृदय रोग, हाई बीपी और स्ट्रोक्स का खतरा बहुत हद तक कम होता है।
 
6. स्ट्रेचिंग और फंक्शनल वर्कआउट्स 
हृदय स्वास्थ्य के लिए केवल कार्डियो ही नहीं, बल्कि स्ट्रेचिंग और फंक्शनल मूवमेंट्स भी जरूरी हैं। ये व्यायाम शरीर के जोड़ों और मांसपेशियों को लचीला बनाए रखते हैं और कार्डियो एक्सरसाइज़ के प्रभाव को स्थायी बनाते हैं। वेट ट्रेनिंग की तुलना में ये थोड़े हल्के होते हैं लेकिन मेटाबॉलिज्म को तेज़ करके हार्ट हेल्थ को सुधारते हैं। 


अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। 

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