गर्मागर्म चाय का मजा ही कुछ और होता है। लेकिन अगर आप हर मौसम में खौलती चाय पीना पसंद करते हैं, तो आपके लिए एक बुरी खबर है। जी हां, बेहद गर्म या खौलती चाय पीने से आप अनजाने में कैंसर को आमंत्रण दे रहे हैं, साथ ही भोजन नली को भी क्षतिग्रस्त कर रहे हैं।
भले ही गर्मागर्म खौलती हुई चाय आपको तरोताजा करने में सहायक हो, लेकिन यह आपकी भोजन नलिका को उतना ही झुलसा भी देती है, जितना आपको तरोताजा करती है। संयुक्त राष्ट्र की कैंसर ऐजेंसी द्वारा किए गए रिसर्च में यह बात सामने आई है।
इंटरनेशनल ऐजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर के निर्देशक के अनुसार, इस रिसर्च के परिणाम देखकर ये पता चलता है जो लोग अत्यधिक गर्म एवं सामान्य तापमान से अधिक गर्म पेय पदार्थों का सेवन करते हैं उन्हें भोजन नली का कैंसर होने की संभावना बनी रहती है, क्योंकि यह विटामिन बी17 को नष्ट करता है और विटामिन बी17 की कमी से ही कैंसर होता है।
लगभग 1 हजार वैज्ञानिक रिसर्च की समीक्षा करने के बाद ऐजेंसी द्वारा यह निष्कर्ष निकाला गया। हालांकि सामान्य तापमान वाले या इससे कुछ कम गर्म पेय पदार्थों को इसमें शामिल नहीं किया गया है।
यह रिसर्च खास तौर से उन स्थानों पर किए गए जहां बहुत अधिक गर्म पेय पदार्थों का सेवन किया जाता है। चीन, ईरान, टर्की व दक्षिण अमेरिका में किए गए शोध के अनुसार 65 डिग्री सेल्सियस के अधिक गर्म पेय पदार्थों का सेवन करना न केवल भोजन नली को अंदर से झुलसाकर क्षतिग्रस्त करता है बल्कि भोजन नली में कैंसर भी पैदा करता है।
इससे बचने के लिए आवश्यक है कि चाय, कॉफी या अन्य गर्म पेय पदार्थों को गर्मागर्म पीने के बजाए थोड़ा ठंडा करके या फिर गुनगुना करके पिएं। इससे भोजन नली को भी नुकसान नहीं होगा और कैंसर का खतरा भी कम होगा।