International No Diet Day है आज, जानिए बातें ख़ास

Webdunia
no diet day 
 
आज की इस भागदौड़ भरी ज़िन्दगी में हम अपनी सेहत का ध्यान रखना भूल जाते हैं, पर बढ़ते ज़माने के साथ लोग अपनी सेहत के प्रति जागरूक हो रहे है। इस जागरूकता के साथ ही कई लोग ऐसे है जो अपना वज़न कम करने के लिए बहुत अधिक डाइटिंग करते हैं। अच्छा और सीमित खाना हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद है, पर डाइटिंग के कारण कई ज़रूरी पोषक तत्व हमारे शरीर को नहीं मिल पाते हैं। 
 
कई बार डाइटिंग करने से हमारे शरीर में गंभीर बीमारियां भी हो सकती है। इस गंभीरता को हाइलाइट करने के लिए हर साल 6 मई को इंटरनेशनल नो डाइट डे (International no diet day) मनाया जाता है, तो चलिए इस दिवस जुड़ी कुछ ख़ास बातों के बारे में जानते हैं..........
 
1. इंटरनेशनल नो डाइट डे की शुरुआत 1992 में ब्रिटिश फेमिनिस्ट मैरी एवंस यंग (Mary Evans Young) द्वारा की गई थी।
 
2. पहली बार ये दिवस पिकनिक के रूप में मैरी एवंस यंग ने कुछ महिलाओं के ग्रुप के साथ लंदन के हाइड पार्क में मनाया था।
 
3. इस दिवस को मनाते समय महिलाओं ने 'ditch that diet’ का नारा लगाया था।
 
4. इंटरनेशनल नो डाइट डे की शुरुआत डाइट कल्चर के खिलाफ की गई थी।
 
5. इस दिवस का मकसद अपने बॉडी टाइप को एक्सेप्ट (accept) करना और सभी प्रकार के बॉडी साइज (body size) का सम्मान करना है।
 
6. ये दिवस के ज़रिए आप #nodietday हैशटैग से अपनी नो डाइट डे की पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर कर सकते हैं।
 
7. यह दिवस लाइट ब्लू रिबन के ज़रिए सिम्बोलाइज़ (symbolize) किया जाता है।
 
8. इंटरनेशनल नो डाइट डे को आप अपनी पसंद का खाना बनाकर सेलिब्रेट (celebrate) कर सकते हैं।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

ALSO READ: कैसे मनाएं International No Diet Day?

ALSO READ: International No Diet Day: क्यों मनाया जाता है? जानें क्या है इतिहास

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पार्टनर के लिए 20 बेहतरीन रोमांटिक गुड मॉर्निंग लव शायरी और कोट्स

भारत में कैसे आता है मॉनसून? समझिए बारिश का पूरा विज्ञान

बरखा की बूंदों में भीगी ये शायरी पढ़ कर दिल हो जाएगा तरोताजा

हेयर ट्रांसप्लांट ने लील ली 2 जिंदगियां, जानिए कितनी सेफ है ये सर्जरी, संभावित खतरे और किन लोगों को नहीं करवाना चाहिए ट्रांसप्लांट

प्री-मॉनसून और मॉनसून में क्या होता है अंतर, आसान भाषा में समझिए

सभी देखें

नवीनतम

अपनी बेटी को दें वेदों से प्रेरित सुंदर नाम, जानें उनके गहरे अर्थ

घर के चिराग को दें वेदों से प्रभावित नाम, दीजिए बेटे के जीवन को एक सार्थक शुरुआत

प्रधानमंत्री का संदेश आतंकवाद के विरुद्ध मानक

मोहब्बत, जिंदगी और सियासत पर राहत इंदौरी के 20 दमदार और मोटिवेशनल शेर

कितनी है कर्नल सोफिया कुरैशी की सैलरी, जानिए भारतीय सेना में इस पोस्ट का वेतनमान

अगला लेख