सूर्यास्त के बाद फलों का सेवन क्यों नहीं करते हैं? शरीर को कौन से नुकसान होते हैं?

Webdunia
here is the reason after sunset should not eat fruits
 
फल एक नेचुरल मेडिसिन है, जो गंभीर रोग-बीमारियों से दूर रखता है। और शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है। यह विटामिन और खनिज का सबसे बड़ा स्त्रोत है। फलों का सेवन रोज करने से शरीर स्वस्थ्य और फीट रहता है। नियमित रूप से सही समय पर फल खाने से ही उसका लाभ अधिक मिलता है। अगर आप यह सोचते हैं कि आपको रात में ही फल को खाने का वक्त मिलता है तो वह हानिकारक है। जी हां, जिस तरह भोजन करने का सही समय होता है उसी तरह फल खाने का भी वक्त होता है। और अधिक मात्रा में लेने पर भी वह फायदे की जगह नुकसान करते हैं। तो जानते हैं सूर्यास्त के बाद फल खाने के क्या-क्या नुकसान होते हैं -
 
- दरअसल, सूर्यास्त के बाद फल खाने से आपकी नींद और पाचन क्रिया पर असर पड़ता है। फल कार्ब्स युक्त होते हैं। उनका सेवन करने से आपकी ऊर्जा तो बढ़ती ही है, लेकिन ब्लड शुगर का स्तर भी बढ़ जाता है, जो सीधे आपकी नींद में खलल डालता है। सूर्यास्त के बाद बॉडी का मेटाबॉलिज्म भी धीमा हो जाता है, जो कार्ब्स को आसानी से पचा नहीं सकता है। 
 
इसलिए संध्या समय में फलों का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है।
 
फलों का सेवन कब करना चाहिए
फलों का सेवन सही समय पर करने से वह ज्यादा प्रभावी होते हैं। फलों का असर बॉडी पर भी पूरी तरह से होता है। सुबह के वक्त खाली पेट फलों का सेवन किया जा सकता है। 
 
फूड एक्सपर्ट के अनुसार भोजन के साथ भी फलों का सेवन किया जा  सकता है। भोजन के तुरंत बाद भी सेवन किया जा सकता है। आमतौर पर भोजन के बाद संतरे का सेवन सबसे अधिक किया जाता है। संतरे के सेवन से पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है और हाजमा भी अच्छा होता है।
 
फलों को मिक्स नहीं करें
सुबह के वक्त जब फलों का सेवन किया जाता है, तो उन्हें किसी के साथ मिक्स भी किया जाता है। अक्सर लोग पोहे और उपमा में भी प्रयोग करते हैं। ऐसे में डेयरी उत्पाद या किसी अन्य चीजों के साथ मिक्स करके खाना शरीर में विषाक्त पदार्थ का निर्माण भी हो सकता है। इसलिए फल और सब्जियों को अलग अलग करके ही खाएं। जिससे किसी प्रकार के एलर्जी या खुजली जैसी बीमारी की चपेट में आने से बच सकें। 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सावन में कढ़ी क्यों नहीं खाते? क्या है आयुर्वेदिक कारण? जानिए बेहतर विकल्प

हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता आइस बाथ, ट्रेंड के पीछे भागकर ना करें ऐसी गलती

सावन में हुआ है बेटे का जन्म तो लाड़ले को दीजिए शिव से प्रभावित नाम, जीवन पर बना रहेगा बाबा का आशीर्वाद

बारिश के मौसम में साधारण दूध की चाय नहीं, बबल टी करें ट्राई, मानसून के लिए परफेक्ट हैं ये 7 बबल टी ऑप्शन्स

इस मानसून में काढ़ा क्यों है सबसे असरदार इम्युनिटी बूस्टर ड्रिंक? जानिए बॉडी में कैसे करता है ये काम

सभी देखें

नवीनतम

‘इंतज़ार में आ की मात्रा’ पढ़ने के बाद हम वैसे नहीं रहते जैसे पहले थे

भारत के विभिन्न नोटों पर छपीं हैं देश की कौन सी धरोहरें, UNESCO विश्व धरोहर में हैं शामिल

चैट जीपीटी की मदद से घटाया 11 किलो वजन, जानिए सिर्फ 1 महीने में कैसे हुआ ट्रांसफॉर्मेशन

मानसून में चिपचिपे और डैंड्रफ वाले बालों से छुटकारा पाने के 5 आसान टिप्स

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

अगला लेख