राजदार होती हैं आँखें

Webdunia
NDND
दिल से ज्यादा आँखें राजदार होती हैं। एक नए अध्ययन के मुताबिक आँखें यहाँ तक बता सकती हैं कि आप कब पैदा हुए।

कोपेहेगन और आरहुस विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक आँखों की मदद से किसी इंसान के जन्म दिवस का सटीक आकलन किया जा सकता है।

शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के तहत लोगों के जन्मदिन का पता लगाने के लिए रेडियो कार्बन डेटिंग पद्धति का इस्तेमाल करने के अलावा पुतलियों में मौजूद विशेष प्रोटीन का विश्लेषण किया।

इन पद्धतियों के सहारे फॉरेंसिक विशेषज्ञ किसी अज्ञात शव या व्यक्ति की उम्र का पता लगा सकते हैं। शोधकर्ताओं की इस रिपोर्ट को प्लॉस वन नामक ऑनलाइन जर्नल में उपलब्ध कराया गया है। आँखों की पुतली पारदर्शी प्रोटीन क्रिस्टैलिन की बनी होती हैं। यह प्रोटीन काफी सघन होता है।
  शोधकर्ताओं ने इस अध्ययन के तहत लोगों के जन्मदिन का पता लगाने के लिए रेडियो कार्बन डेटिंग पद्धति का इस्तेमाल करने के अलावा पुतलियों में मौजूद विशेष प्रोटीन का विश्लेषण किया।      


पारदर्शी होने के कारण रोशनी आसानी से आर-पार जाती है। बचपन में शुरू के एक दो वर्षों तक इस प्रोटीन का निर्माण जारी रहता है। इसके बाद आँखों में यह प्रोटीन बगैर किसी बदलाव के पूरे जीवन मौजूद रहता है। इसी के सहारे इंसान की उम्र का पता लगाया जा सकता है।

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सावन में कढ़ी क्यों नहीं खाते? क्या है आयुर्वेदिक कारण? जानिए बेहतर विकल्प

हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता आइस बाथ, ट्रेंड के पीछे भागकर ना करें ऐसी गलती

सावन में हुआ है बेटे का जन्म तो लाड़ले को दीजिए शिव से प्रभावित नाम, जीवन पर बना रहेगा बाबा का आशीर्वाद

बारिश के मौसम में साधारण दूध की चाय नहीं, बबल टी करें ट्राई, मानसून के लिए परफेक्ट हैं ये 7 बबल टी ऑप्शन्स

इस मानसून में काढ़ा क्यों है सबसे असरदार इम्युनिटी बूस्टर ड्रिंक? जानिए बॉडी में कैसे करता है ये काम

सभी देखें

नवीनतम

‘इंतज़ार में आ की मात्रा’ पढ़ने के बाद हम वैसे नहीं रहते जैसे पहले थे

भारत के विभिन्न नोटों पर छपीं हैं देश की कौन सी धरोहरें, UNESCO विश्व धरोहर में हैं शामिल

चैट जीपीटी की मदद से घटाया 11 किलो वजन, जानिए सिर्फ 1 महीने में कैसे हुआ ट्रांसफॉर्मेशन

मानसून में चिपचिपे और डैंड्रफ वाले बालों से छुटकारा पाने के 5 आसान टिप्स

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार