वजन कम करने से कम हो सकता है रक्त कैंसर का खतरा

Webdunia
वॉशिंगटन। आधुनिक भाग-दौड़ भरी अव्यवस्थित जिंदगी में मोटापा और वजन बढ़ना कई रोगों के एक प्रमुख कारक के तौर पर उभरा है और एक नए अध्ययन की मानें तो अधिक वजन से रक्त विकार का खतरा बढ़ जाता है, जो आगे जाकर कैंसर का रूप ले सकता है।
 

 

 
यह पहले से ज्ञात है कि अधिक वजन या मोटापा से कई तरह के मायलोमा का खतरा बढ़ जाता है। अमूमन 60 वर्ष की आयु के बाद रक्त और अस्थि मज्जा में विकसित होने वाले प्लाज्मा कोशिकाओं के कैंसर को मायलोमा कहते हैं।
 
रक्त विकार मोनोक्लोनल जैमोपैथी ऑफ अनडिटरमाइंड सिग्निफिकेंस (एमजीयूएस) के बाद कई प्रकार के मायलोमा के विकसित होने का खतरा होता है।
 
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार वॉशिंगटन विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर सु-हसीन चांग ने बताया, ‘हमारा अध्ययन यह दिखलाता है कि मोटापा को कई तरह के मायलोमा का कारक माना जा सकता है।’

चांग ने कहा, ‘एमजीयूएस से पीड़ित मरीज अगर उचित वजन बरकरार रखते हैं तो इससे कई तरह के मायलोमा को रोकने में मदद मिल सकती है।’ (भाषा) 
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

क्या होता है DNA टेस्ट, जिससे अहमदाबाद हादसे में होगी झुलसे शवों की पहचान, क्या आग लगने के बाद भी बचता है DNA?

क्या होता है फ्लाइट का DFDR? क्या इस बॉक्स में छुपा होता है हवाई हादसों का रहस्य

खाली पेट ये 6 फूड्स खाने से नेचुरली स्टेबल होगा आपका ब्लड शुगर लेवल

कैंसर से बचाते हैं ये 5 सबसे सस्ते फूड, रोज की डाइट में करें शामिल

विवाह करने के पहले कर लें ये 10 काम तो सुखी रहेगा वैवाहिक जीवन

सभी देखें

नवीनतम

विश्व योग दिवस 2025: पढ़ें 15 पावरफुल स्लोगन, स्वस्थ रखने में साबित होंगे मददगार

वर्ष का सबसे लंबा दिन 21 जून को, जानें कारण और महत्व

अहमदाबाद विमान हादसे पर मार्मिक कविता: आकाश से गिरीं आहें

21 जून योग दिवस का इतिहास, जानें 2025 की थीम से हम क्या सीखें

वीरांगना की अमर गाथा: झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि, पढ़ें 10 ऐतिहासिक विचार

अगला लेख