हर साल 8 जून को वैश्विक स्तर पर ब्रेन ट्यूमर दिवस मनाया जाता है। इसे मनाने का मूल उद्देश्य लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करना है। चलिए जानते हैं इस बीमारी के बारे में -
क्या है ब्रेन ट्यूमर -
हमारे मस्तिष्क में कोशिकाएं होती है। अगर कोई कोशिका असामान्य रूप से बढ़ने लगती है और एक गठन का रूप ले लेती है तो उसे ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। हमारा मस्तिष्क 4 भागों में बंटा हुआ और हर भाग की एक फंक्शनिंग होती है। जहां ट्यूमर होता है वहां की फंक्शनिंग भी प्रभावित होती है। उदाहरण के लिए जो हिस्सा सुनने में प्रयोग होता है, वहां ट्यूमर होगा तो सुनना भी प्रभावित होगा। यह एक जानलेवा बीमारी है।
क्या है कारण -
1 यह वंशानुगत (जेनेटिक) भी होता है। पहले परिवार में किसी को यह हुआ है तो आने वाली पीढ़ी को होने की भी सम्भावना(न्यूनतम) रहती है।
2 रासायनिक और जैविक पदार्थों के साथ-साथ रेडिएशन के संपर्क में आने से भी यह हो सकता है।
3 नशे का सेवन करने से भी यह हो सकता है।
4 जब मस्तिष्क को पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं तो भी यह हो सकता है।
क्या है लक्षण -
1 सुबह के समय तेज सिरदर्द
2 सिरदर्द के साथ उल्टियां होना
3 देखने और सुनने में परेशानी होना
4 शरीर में सुस्ती और थकान बने रहना
5 चीजों को भूलना और याद रखने में कठिनाई होना
6 बेहोशी की समस्या
7 ऐसे कार्य जिसमें मानसिक उपयोग अधिक हो, उनमें परेशानी
क्या है उपचार -
इस बीमारी का पता जितनी जल्दी लग जाए उतना अच्छा है। इसके बढ़ने से पहले सचेत होने में ही भलाई है। इसके कई इलाज है , इस गठान को ऑपरेशन से निकल दिया जाता है, जो सबसे सामान्य तरीका है। इसी के साथ कीमोथेरेपी, जिसमें कोशिकाओं को नष्ट कर दिया जाता है और दवाई को उस स्थान पर पहुंचा कर ठीक किया जाता है। एक और उपचार है रेडियोथेरेपी, इसमें रेडिएशन से प्रभावित कोशिकाओं को नष्ट किया जाता है। इसमें बेहद सावधानीपूर्वक तरीके से उपचार किया जाना होता है।