गेहूं सिर्फ एक बलवर्धक अनाज ही नहीं, बल्कि एक बेहतरीन उपयोगी औषधी भी है। बेशक आप नहीं जानते होंगे इसके यह 5 बेहतरीन फायदे। लेकिन आपको पता होने चाहिए इसके यह जादुई औषधीय गुण -
1 स्मरण शक्ति - गेहूं से बने हरीरा में शक्कर और बादाम मिलाकर पीने से स्मरण शक्ति बढ़ती है। इसके साथ ही दिमागी कमजोरी को दूर करने में भी यह बेहद मददगार साबित होता है।
2 खांसी - 20 ग्राम गेहूं के दानों में नमक मिलाकर 250 ग्राम पानी में उबाल लें। जब तक की पानी की मात्रा एक तिहाई न रह जाए। इसे गरम-गरम पी लें। लगातार एक हफ्ते तक यह प्रयोग दोहराने से खांसी जल्दी चली जाती है।
3 खुजली - गेहूं के आटे को गूंथकर त्वचा की जलन, खुजली बिना पके फोड़े-फुंसी तथा आग में झुलस जाने पर लगा देने से ठंडक पड़ जाती है। इसके अलावा अगर कोई जहरीला कीड़ा काट ले तो गेहूं के आटे में सिरका मिलाकर दंश स्थान पर लगाने पर भी लाभ होता है।
4 पथरी - पथरी या स्टोन होने की स्थिति में गेहूं और चने को उबालकर उसके पानी को कुछ दिनों तक रोगी व्यक्ति को पिलाते रहने से मूत्राशय और गुरदे की पथरी गलकर निकल जाती है।
5 अस्थि भंग - इस स्थिति में थोड़े से गेहूं के दानों को तवे पर भूनकर पीस लें। इसमें शहद मिलाकर कुछ दिनों तक चाटने से अस्थि भंग दूर हो जाता है।