Hanuman Chalisa

व्याकरण का प्रथम ग्रंथ अष्टाध्यायी

अनिरुद्ध जोशी
बुधवार, 11 अगस्त 2021 (12:28 IST)
संस्कृत भाषा को संसार की प्रथम भाषा और ऋग्वेद को प्रथम ग्रंथ माना जाता है। दुनिया की प्रथम भाषा का पहली बार किसी ने सुव्यवस्थित व्याकरण ग्रंत लिखा था तो वह थे महर्षि पाणिनि। उन्होंने अष्टाध्यायी नामक ग्रंथ लिया। आओ जानते हैं इस ग्रंथ के बारे में।
 
 
1. पाणिनि द्वारा रचित दुनिया की प्रथम भाषा का प्रथम व्याकरण ग्रंथ अष्टाध्यायी (500 ई.पू.) है। 
 
2. इसमें आठ अध्याय हैं इसीलिए इसे अष्टाध्यायी कहा गया है। 
 
3. इस ग्रंथ का दुनिया की हर भाषा पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ा है। इसी ग्रंथ को आधार बनाकर अरबी, फारसी, अंग्रेजी आदी के हर्फ और व्याकरण का विकास हुआ।
 
4. अष्टाध्यायी में कुल सूत्रों की संख्या 3996 है। इन सभी सूत्रों को समझने के बाद आपको जिस ज्ञान की प्राप्त होगी वह दुनिया की अन्य किसी व्याकरण की किताब में नहीं मिलेगा। यह शुद्ध ज्ञान है।
 
5. पाणिनि के इस ग्रंथ पर महामुनि कात्यायन का विस्तृत 'वार्तिक' ग्रन्थ है।
 
7. इसी तरह पतंजलि (150 ईसापूर्व) ने इस ग्रंथ पर विशद विवरणात्मक ग्रन्थ 'महाभाष्य' लिखा है। पतंजलि या पातं‍जलि ने योग पर योगसूत्र नामक ग्रंथ भी लिथा है। 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

मजबूत और लंबे बालों के लिए 5 बेस्ट विटामिन जो करेंगे कमाल, जानिए हर एक के फायदे

Hair Care: बालों और स्कैल्प के लिए कॉफी कितनी फायदेमंद है? जानें पूरे फायदे और नुकसान

T Point House Vastu Tips: टी’ पॉइंट वाला घर लेना शुभ या अशुभ, जानें बर्बाद होंगे या आबाद

स्प्राउट्स खाने के बाद नहीं लगेगा भारीपन, जानिए अंकुरित अनाज खाने का सही तरीका

ठंड में रोज यदि 10 बादाम खाएं तो क्या होता है?

सभी देखें

नवीनतम

Guru Tegh Bahadur Shahidi Diwas: 2025 में गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस कब मनाया जाएगा?

Sixty Plus Life: 60 साल की उम्र में BP बढ़ने पर हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी का खतरा सबसे ज्यादा, जानें कैसे बचें?

इंदिरा गांधी का जन्म कहां हुआ था और जानिए उनके बचपन की 5 खास बातें

Rani Lakshmi Bai : रानी लक्ष्मी बाई के जन्म और मृत्यु का रहस्य क्या है?

Winter Recpe: सर्दियों में रहना है हेल्दी तो बनाएं ओट्स और मखाने की स्वादिष्ट चिक्की, मिलेंगे कई सेहत फायदे

अगला लेख