मिडिल क्लास लड़के बेचारे...
पढ़ना कुछ और चाहते हैं, पढ़ाया कुछ और जाता है, बन कुछ और जाते हैं!
पसन्द किसी और को करते हैं, प्यार किसी और का मिलता है शादी किसी और से हो जाती है!
चाय बना लेते हैं, कर्ज़ लेने और देने में जरा सी भी देरी नही करते!
रिश्तेदारों को शहर घुमाने की जिम्मेदारी यही निभाते हैं!
4जी फोन लेने में इन्हें साल भर लगता है! गैस भरवाने की जिम्मेदारी, सुबह दूध और शाम की सब्जी लाने जैसा कठिन और दर्दनाक काम भी यही करते हैं !
खुद की प्रेमिका की शादी में 'नागिन डांस' करने का गौरव केवल इन्हें ही प्राप्त है! आइसक्रीम की टेस्ट से इन्हें शादी में हुए खर्चों का अंदाजा लग जाता है !
lucent book इनकी जिंदगी में उस गर्लफ्रेंड की तरह होती है जो साथ तो रहती है लेकिन समझ कभी नहीं आती !
रीजनिंग के प्रश्न चुटकी में हल कर देने वाले ये मिडिल क्लास लड़के खुद की जिंदगी की समस्याओं में उलझे रह जाते हैं...
घर और अपनी 'जान' से किसी लायक बनने का वादा करके निकले ये मिडिल क्लास लड़के जब तक लायक हो के घर लौटते हैं तब तक उनकी जान 'दो चार जनो' की 'जननी' बन चुकी होती है !
पापा की बेइज्जती इन्हें कतई पसन्द नहीं आती,पापा से खूब डरते भी हैं! मम्मी से अक्सर रुडली बात करने के बावजूद माँ के गोद मे सर रख कर रोने वाले ये लड़के बहुत कमजोर भी होते हैं !
जिम्मेदारियां जल्दी निभाना सीख जाते हैं, रिश्तेदारों के तमाम अड़ंगों के बावजूद मां-बाप का विश्वास कैसे बनाये रखना है इन्हें बखूबी आता है!
चीटिंग कभी कर नही पाते क्योंकि मौका ही नहीं मिलता !
इश्क़ करने की औकात ही नहीं क्योंकि रिजेक्शन झेलने की हिम्मत नहीं! कोई इनपर 'यु आर चीप' का आरोप नहीं लगाता क्योंकि ये किसी भी लड़की के साथ सोए नहीं होते हैं ! अजी सोना छोड़िए, ये किसी लड़की के साथ जागे तक नहीं होते हैं !
इनकी शादियां अक्सर अरेंज्ड ही होती हैं, ऑफकोर्स रिश्तेदारों द्वारा...
इनका इश्क़ अक्सर अधूरा रह जाता है, इनके सपने, इनकी जिंदगी सब अधूरी....
पर ये बेहया लड़के किसी को एहसास तक नही होने देते..
पहले पापा-मां के सपने, फिर सोसायटी मेंटेन करना और उसके बाद अरेंज्ड मैरिज वाली बीबी की एक्सपेक्टेशंस पूरी करते हैं ये अधूरे लौंडे !
सबको पूरा करने के चक्कर में अधूरे रह जाते हैं ये मिडिल क्लास लड़के !