प्रेमिका (प्रेमी से) - सामने खिड़की में जो तोता-मैना बैठे हैं, दोनों रोज यहां आते हैं। साथ-साथ बैठते हैं, चहचहाते हैं, एक-दूसरे से प्यार करते हैं और एक हम हैं कि हमेशा लड़ते ही रहते हैं।
प्रेमी- हां वह तो ठीक है, पर तुमने एक चीज पर ध्यान नहीं दिया।
प्रेमिका- क्या ?
प्रेमी- यहां बैठने वाले जोड़े में से तोता तो रोज वही होता है, पर मैना हमेशा नई होती है।