संस्कृत में शोधकार्य करने वाले ब्रजेंद्र मालवीय को पीएचडी की उपाधि

डॉ. सौरभ मालवीय
आज के समय में संस्कृत पढ़ने वालों की संख्या कम हो रही है, लोगों का झुकाव अंग्रेजी की तरफ हो रहा है। ऐसे में संस्कृत में शोध कार्य करना और पीएचडी की उपाधि प्राप्त करना एक सराहनीय प्रयास है। 
 
देवरिया जिला के पटनेजी गांव के रहने वाले ब्रजेंद्र मालवीय ने संस्कृत में पीएचडी प्राप्त कर एक अनुकरणीय उदारहण पेश किया है। उन्होंने श्री जगदीशप्रसाद झाबरमल टीबड़ेवाला विश्वविद्यालय से 'श्रीरामचरितमानस में वर्णित नारीपात्रों के उपदेशों में प्रयुक्त संस्कृत क्रियावाची शब्दों के मौलिकार्थ एवं प्रयोग : एक अध्ययन' विषय पर पीएचडी की उपाधि प्राप्त किया है। 
 
मालवीय वर्तमान में भारतीय रेलवे में कार्यरत हैं। नौकरी के साथ-साथ उन्होंने अध्ययन भी जारी रखा। हम सभी जानते हैं कि हमारे मौलिक ग्रंथ संस्कृत में हैं, उनमें वर्णित ज्ञान परंपरा तभी सामने आ सकती है जब संस्कृत में अध्ययन हो, शोधकार्य हो। मालवीय द्वारा पीएचडी के लिए संस्कृत भाषा का चयन करना उत्साहवर्धक तो है ही साथ ही संस्कृत के क्षेत्र में संभावनाओं को भी रेखांकित करता है। आज यह आवश्यक है कि मालवीय की तरह अन्य लोग भी संस्कृत में अध्ययन व शोधकार्य करने की पहल करें ताकि वास्तविकता का अनुसंधान किया जा सके।
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

रसोई की इन 7 चीजों में छुपा है आपका स्किन ब्राइटनिंग सीक्रेट, तुरंत जानें इनके बेहतरीन फायदे

Health Alert : कहीं सेहत के लिए हानिकारक तो नहीं है सहजन की फली?

सॉफ्ट आटा गूंथने के 4 सही तरीके, रोटियां बनेंगी फूली हुई और मुलायम

आपके घर के किचन में छुपा है आयल फ्री त्वचा का राज, जानिए ये होममेड क्लींजर बनाने का तरीका

ऑफिस में बनाना चाहते हैं बढ़िया इमेज तो भूलकर भी ना करें ये गलतियां

सभी देखें

नवीनतम

नीबू हल्‍दी से कैंसर ठीक करने का नुस्‍खा बताकर फंसे नवजोत सिंह सिद्धू, ठोका 850 करोड़ का केस

सुबह नाश्ते में इस सफेद चीज का सेवन बढ़ाएगा आपकी याददाश्त, तेज दिमाग के लिए जरूर करें ये वाला नाश्ता

ये है अमिताभ बच्चन की फिटनेस का सीक्रेट: 82 की उम्र में फिट रहने के लिए खाते हैं इस पौधे की पत्ती

बढ़ता प्रदूषण आपकी स्किन को भी पहुंचा रहा है नुकसान, जानें कैसे करें अपनी स्किन केअर प्लान

क्या आपका ब्रश दे रहा है बीमारियों को न्योता, ओरल हेल्थ के लिए कब बदलना चाहिए ब्रश

अगला लेख