Hanuman Chalisa

विभाजन की त्रासदी का दस्‍तावेज है 'कुलभूषण का नाम दर्ज कीजिए'

Webdunia
रविवार, 5 दिसंबर 2021 (13:25 IST)
अलका सरावगी अपने लेखन के लिए जानी जाती हैं। उनका नया उपन्‍यास आया है जिसका नाम है ‘कुलभूषण का नाम दर्ज कीजिए’

इस उपन्‍यास में विभाजन की स्मृति है। दरअसल, यह कहानी कोलकाता से शुरू होती है, लेकिन कहानी है बांग्लादेश के कुष्टिया जिले की, जहां से पहले 1947 में और फिर 1971 में हिंदू परिवार भाग कर कोलकाता आ रहे हैं।

कुष्टिया में व्यापार और सौदे में बहुत होशियार माना जाने वाला कुलभूषण कोलकाता आकर मानो बिखर जाता है।

वाणी प्रकाशन से छपकर आया यह उपन्यास पाठकों को बांधे रखता है। यह उपन्‍यास बाजार में उपलब्‍ध है और पाठकों के साथ ही सोशल मीडि‍या में भी इस किताब की चर्चा हो रही है।

कौन हैं अलका सरावगी
अलका सरावगी हिन्दी की प्रसिद्ध कथाकार हैं। वे साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी हैं। कोलकाता में जन्मी अलका ने हिन्दी साहित्य में एमए और ‘रघुवीर सहाय के कृतित्व’ विषय पर पीएचडी की उपाधि हासिल की है। “कलिकथा वाया बाइपास” उनका चर्चित उपन्यास है, जो अनेक भाषाओं में ट्रांसलेट हो चुका हैं। अलका का पहला कहानी संग्रह 1996 में ‘कहानियों की तलाश में’ आया। इसके बाद ही उनका पहला उपन्यास ‘काली कथा, वाया बायपास’ शीर्षक से प्रकाशित हुआ।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

मजबूत और लंबे बालों के लिए 5 बेस्ट विटामिन जो करेंगे कमाल, जानिए हर एक के फायदे

Hair Care: बालों और स्कैल्प के लिए कॉफी कितनी फायदेमंद है? जानें पूरे फायदे और नुकसान

स्प्राउट्स खाने के बाद नहीं लगेगा भारीपन, जानिए अंकुरित अनाज खाने का सही तरीका

शुगर लेवल बैलेंस करने वाले 5 आयुर्वेदिक फूड्स, रोजाना करें डाइट में शामिल

Health Alert: 7 फल जिनमें शुगर की मात्रा सबसे ज्यादा, डाइट में शामिल करने से पहले जरूर जानें

सभी देखें

नवीनतम

काश! कटप्पा, बाहुबली को कट्टे से कनपटी पर मारता

अभिनय के ऋषि आशुतोष राणा

Abul Kalam Azad Jayanti: अबुल कलाम आज़ाद की जयंती पर क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय शिक्षा दिवस

Heart attack symptoms: रात में किस समय सबसे ज्यादा होता है हार्ट अटैक का खतरा? जानिए कारण

क्या आपकी प्लेट में है फाइबर की कमी? अपनाइए ये 10 हेल्दी आदतें

अगला लेख