नई दिल्ली। हिन्दी की सुप्रसिद्ध लेखिका नासिरा शर्मा, अंग्रेजी के चर्चित लेखक जेरी पिंटो और उर्दू के आलोचक निजाम सिद्दीकी समेत 24 साहित्यकारों को इस वर्ष का साहित्य अकादमी पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
अकादमी के सचिव के. श्रीनिवासन ने इन पुरस्कारों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि अकादमी के अध्यक्ष विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की अध्यक्षता में कार्यकारी मंडल की बैठक में इन पुरस्कार पाने वाले साहित्यकारों के नामों को स्वीकृति दी गई। इन लेखकों को 22 फरवरी को राजधानी में एक समारोह में पुरस्कार में 1- 1 लाख लाख रुपए के अलावा ताम्रफलक, प्रशस्ति पत्र तथा शॉल प्रदान किए जाएंगे।
उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद में 22 अगस्त 1948 को जन्मीं नासिरा शर्मा को उनके उपन्यास पारिजात के लिए यह पुरस्कार दिया गया है। हिन्दी के प्रसिद्ध लेखक डॉ. रामदरश मिश्र, रमेशचन्द्र शाह और पुरुषोत्तम अग्रवाल की 3 सदस्यीय समिति ने श्रीमती शर्मा के उपन्यास को पुरस्कार देने की सिफारिश की।
श्रीनिवासन ने बताया कि इस वर्ष 8 कवियों, 7 कहानीकारों, 5 उपन्यासकारों को पुरस्कार दिया गया है। इसके अलावा आलोचना के लिए 2 लेखकों, निबंध और नाटक के लिए 1- 1 लेखक को यह पुरस्कार दिया गया।
श्रीमती शर्मा उर्दू, फारसी तथा पश्तो भाषा की विद्वान भी हैं और सात नदियां एक समंदर, शाल्मली, ठीकरे की मंगनी, जिंदा मुहावरे, अक्षयवट, कुइयांजान और जीरो रोड उनके चर्चित उपन्यास हैं। उनकी लोकप्रिय कहानी संग्रह में शामी कागज, पत्थर गली, इब्ने मरियम, संगसार, सबीना के चालीस चोर, खुदा की वापसी, इंसानी नस्ल, गूंगा आसमान, दूसरा ताजमहल, बुतखाना आदि हैं।
पुरस्कार पाने वाले लेखकों और उनकी कृतियों की सूची इस प्रकार है-
हिन्दी- नासिरा शर्मा (पारिजात- उपन्यास), उर्दू- निजाम सिद्दीकी (माबाद ए जदिदिआत से नए अहेद की तखलिकियात तक- समालोचना), राजस्थानी- बुलाकी शर्मा (मरदजात अर दूजी कहाणियां- कहानी), पंजाबी- स्वराजबीर (मसिआ दी रात- नाटक), मैथिली- श्याम दरिहरे (बड़की काकी एट हॉटमेल डॉट कॉम- कहानी), डोगरी- छत्रपाल (चेता- कहानी), मराठी- आसाराम लोमटे (आलोक- कहानी), संस्कृत- सीतानाथ आचार्य शास्त्री (काव्य निर्झरी- कविता), संताली- गोबिन्दचंद्र माझी (नालहा- कविता), असमिया- ज्ञान पुजारी (मेघमालार भ्रमण- कविता), बांगला- नृसिंह प्रसाद भादुड़ी (महाभारतेर अष्टादशी- निबंध)।