आग घर-घर जल रही है

Webdunia
श्रीकांत प्रसाद सिं ह
WDWD

कहाँ आ पहुँचे,
बटोही !
साँप का तो यह शहर है,

कहाँ खोजोगे
बसेरा ?
ब्याल विषघर हर डगर है !

नाग-कन्या
सुंदरी है,
चंचला ! मन-मोहनी है !

प्रणय की
प्रयासी, वियोगिनी
मानिनी ! उन्मादिनी है !

मधु प्रणय की
रागिनी क्या
बीन पर तुम बजा सकते ?

विरह की पीड़ा
सुरों में
ताल-लय पर सजा सकते ?
WDWD

शरण-स्थल
मिल सकेगा,
छरहरी बावली है !

नवयौवना यह
द्रौपदी-सी श्यामली है!

नाग-कन्या के इशारे
राज-सत्ता चल रही है,

नाग-राजा
है विलासी !
आग घर-घर जल रही है।

साभार : अक्षरा
Show comments

कुत्तों के सिर्फ चाटने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, पेट लवर्स भूलकर भी न करें ये गलती

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

किस मुस्लिम देश से भारत आए हैं समोसा और जलेबी, जिनके लिए तम्बाकू और सिगरेट की तरह लिखना होगी चेतावनी

सोमवार सुविचार: पॉजिटिव सोच के साथ करें हफ्ते की शुरुआत

बरसात में कपड़ों से सीलन की स्मेल हटाने के लिए ये होममेड नुस्खा जरूर आजमाएं

क्या कुत्ते के पंजा मारने से रेबीज हो सकता है? जानिए इस डर और हकीकत के पीछे की पूरी सच्चाई

अगर हाथों में नजर आ रहे हैं ये लक्षण तो हाई हो सकता है कोलेस्ट्रॉल, न करें नजरअंदाज

तेजी से वेट लॉस करने के लिए आज से ही शुरू कर दें इंटरवल वॉकिंग, हार्ट और नींद में भी है असरदार