उस मजदूर का घर

काव्य-संसार

भारती पंडित
ND
कभी देखा है उस मजदूर का घर
जो हमारे सपनों का आशियाँ बनाता है ,
रिसती छत, टूटती दीवारें,
यही कुछ उसके हिस्से में आता है,
कभी देखी है उस किसान की रसोई
जो हमारे लिए अनाज उगाता है,
मोटा चावल,पानी भरी दाल
यही कुछ उसके हिस्से में आता है,
इस समाज का ढाँचा ही कुछ ऐसा है,
चाहकर भी कोई कुछ न कर पाता है,
मेहनत तो आती है किसी और के हिस्से
और मुनाफे के लड्डू कोई और खाता है।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

सर्दियों में बहुत गुणकारी है इन हरे पत्तों की चटनी, सेहत को मिलेंगे बेजोड़ फायदे

2024 में ऑनलाइन डेटिंग का जलवा : जानें कौन से ऐप्स और ट्रेंड्स रहे हिट

ये थे साल 2024 के फेमस डेटिंग टर्म्स : जानिए किस तरह बदली रिश्तों की परिभाषा

सर्दियों में इन 4 अंगों पर लगाएं घी, सेहत को मिलेंगे गजब के फायदे

सर्दियों में पानी में उबालकर पिएं ये एक चीज, सेहत के लिए है वरदान

सभी देखें

नवीनतम

World Meditation Day: विश्व ध्यान दिवस क्या है, जानें महत्व, इतिहास और 2024 की थीम

नेचुरल ग्लो का सीक्रेट : हफ्ते में 2 बार एलोवेरा स्टीम से पाएं चमकदार और ग्लोइंग स्किन, जानिए कैसे

बाल गीत : चलो धूप में बैठें हम

आंवला पानी की भाप से पाएं सर्दी-जुकाम और गले की खराश में चुटकियों में आराम, स्किन के लिए भी है फायदेमंद

तमन्ना भाटिया अपनी ग्लोइंग स्किन को मेंटेन रखने के लिए लगाती हैं ये DIY फेस मास्क, जानिए फायदे