केदारनाथ सिंह को देखते हुए

Webdunia
निशांत
WDWD
केदारनाथ सिंह को देखते हुए
एक बाघ देखा

केदारनाथ सिंह को देखते हुए
एक बाप देखा

केदारनाथ सिंह को देखते हुए
सिर्फ केदार देखा

और कुछ नहीं।


केदारनाथ सिंह को लड़ते हुए

फर्क पड़ता है, केदार
तुमने जहाँ लिखा है ' प्यार'
वहाँ लिख दो सड़क''
फर्क क्या पड़ता है

बस्ती में एक लड़की
रस्सी से झुलते हुए पाई जाती है, केदार
उसके प्रेमी ने कहा था
फर्क नहीं पड़ता
यह मेरे युग का मुहावरा है।

तुम्हारी आँखों में बैठा हुआ सच
मेरी आँखों में बैठे हुए सच जैसा नहीं है,
केदार ,फर्क पड़ता है ।

साभार : तद्भव

Show comments

सावन माह में क्या खाएं और क्या नहीं?

वेट लॉस में बहुत इफेक्टिव है पिरामिड वॉक, जानिए चौंकाने वाले फायदे और इसे करने का तरीका

सावन में रचाएं भोलेनाथ की भक्ति से भरी ये खास और सुंदर मेहंदी डिजाइंस, देखकर हर कोई करेगा तारीफ

ऑफिस में नींद आ रही है? जानिए वो 5 जबरदस्त ट्रिक्स जो झटपट बना देंगी आपको अलर्ट और एक्टिव

सुबह उठते ही सीने में महसूस होता है भारीपन? जानिए कहीं हार्ट तो नहीं कर रहा सावधान

फाइबर से भरपूर ये 5 ब्रेकफास्ट ऑप्शंस जरूर करें ट्राई, जानिए फायदे

सावन में नॉनवेज छोड़ने से शरीर में आते हैं ये बदलाव, जानिए सेहत को मिलते हैं क्या फायदे

सावन में कढ़ी क्यों नहीं खाते? क्या है आयुर्वेदिक कारण? जानिए बेहतर विकल्प

हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं होता आइस बाथ, ट्रेंड के पीछे भागकर ना करें ऐसी गलती

विश्व जनसंख्या दिवस 2025: जानिए इतिहास, महत्व और इस वर्ष की थीम