मखमली निस्तब्ध अँधेरा

दीप्ति गुप्ता

Webdunia
NDND
अँधेरा

एक उपेक्षित

तिरस्कृत, आलोचित पक्ष

लेकिन, क्या..

अँधेरे की गहनता को

शीतलता को,

अपूर्व प्रभाव को

अनूठी शान्ति को

तुमने कभी परचा है,

परखा है ?

जब वह बिखेरता है

मखमली, निस्तब्ध

इन्द्रजाल सी खामोशी

तो चीखती - चिल्लाती दुनिया

एकाएक सो जाती है,

तनाव मुक्त हो जाती है!

अस्वस्थ - स्वस्थ,

अमीर - गरीब,

राजा - रंक सभी को

बिना भेद भाव के

निद्रा की चादर ओढ़ा

शान्त बना देता है,

NDND
यह अँधेरा...........!

कैसा मानवतावादी,

कैसा समाजवादी,

यह अँधेरा............!

भ्रष्टाचार, प्रदूषण, अशान्ति

सब ठहर जाते हैं,

कितना प्रभावशाली,

कितना शक्तिशाली,

किन्तु निरा अस्थायी ........!!

साभार : स्वर्ग विभा

Show comments

वर्ल्ड म्यूजिक डे 2025 : संगीत का साथ मेंटल हेल्थ के लिए इन 7 तरीकों से है फायदेमंद

21 जून योग दिवस 2025: सूर्य नमस्कार करने की 12 स्टेप और 12 फायदे

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: 30 की उम्र तक हर महिला को शुरू कर देना चाहिए ये 5 योग अभ्यास

21 जून: अंतरराष्ट्रीय योग एवं संगीत दिवस, जानें इसकी 3 खास बातें

क्यों पुंगनूर गाय पालना पसंद कर रहे हैं लोग? जानिए वैदिक काल की इस अद्भुत गाय की विशेषताएं

थायराइड के लिए सबसे असरदार हैं ये 3 योगासन, जानिए कैसे करें

हर यंगस्टर को रोज करना चाहिए ये 5 योगासन

भारत के किस राज्य में कितनी है मुसलमानों की हिस्सेदारी, जानिए सबसे ज्यादा और सबसे कम मुस्लिम आबादी वाले राज्य

पीसफुल लाइफ जीना चाहते हैं तो दिमाग को शांत रखने से करें शुरुआत, रोज अपनाएं ये 6 सबसे इजी आदतें

योग दिवस 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है, जानें कारण और इसका महत्व