वेलेंटाइन कविता : प्रेम का मतलब तुम

रविकांत

Webdunia
ND
प्रेम-1
प्रेम का मतलब है
तुम्हारे साथ रहना।

प्रेम-2
तुम मुझे माफ नहीं करती
पर सारे अपमान पी कर भी
मैं तुम्हें मना लेता हू ं।

ह ाला ंकि तुम कहती हो कि
इसका उल्टा ही सच है।

मैं बा ंहें फैलाकर
जरा-सा मुस्करा देता हू ं।

प्रेम-3
तुम्हारे खिलाफ सुनी बहुत सी बातों पर
मुझे यकीन भी है।
पर उनकी चर्चा मैं तुमसे
कभी भी नहीं करू ंगा।

पता नहीं ये बात
मेरे जेहन में है
या
तुम्हारे।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

इन कारणों से 40 पास की महिलाओं को वेट लॉस में होती है परेशानी

लू लगने पर ये फल खाने से रिकवरी होती है फास्ट, मिलती है राहत

खुद की तलाश में प्लान करें एक शानदार सोलो ट्रिप, ये जगहें रहेंगी शानदार

5 हजार वर्ष तक जिंदा रहने का नुस्खा, जानकर चौंक जाएंगे Video

योग के अनुसार प्राणायाम करने के क्या हैं 6 चमत्कारी फायदे, आप भी 5 मिनट रोज करें

सभी देखें

नवीनतम

साईं बाबा के पॉजिटिव संदेश : सत्य साईं बाबा के 15 अमूल्य कथन हिन्दी में

प्रेरक कहानी : कछुए की जीत

आज का लेटेस्ट चुटकुला : धरती गोल क्यों है

सत्य साईं महाप्रयाण दिवस, जानें जीवन परिचय और उनके चमत्कार के बारे में

पृथ्वी और पर्यावरण के लिए बहुउपयोगी हैं पेड़-पौधे, जानें पेड़ लगाने के 25 फायदे