हल्के गुलाबी फूल

फाल्गुनी

Webdunia
ND
* नीम की फुनगी पर बैठी
चमकीली नीली चि‍ड़‍िया
प्यार का
अथाह समुद्र
लौटा लाती है मुझमें
और मैं
अपनी कुँवारी फुदकन में
तलाशती हूँ
किसी साथ का किनारा।

जैसे भूरी रेत पर
दबी हथेलियों में
खामोश नील पड़ जाए....!
या फिर मेरे उम्र की शाख
हरी-हरी पत्तियों से लद कर
हँसती हुई दोहरी हो जाए।

होता नहीं है ऐसा कुछ भी
ND
सब कुछ वैसा ही है जैसे
प्यार के नाम पर
दे जाए कोई कच्ची कौड़‍ियाँ
और मन के एकाकी आँगन में
टपकने लगे कड़वी निंबौरियाँ... !

चिड़‍िया के उड़ते ही
उड़ने लगती है कंकरीली धूल
फिर भी टँगे रहते हैं मुझमें ही कहीं
आशा के हल्के गुलाबी फूल।
Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

कुत्तों के सिर्फ चाटने से हो सकती है ये गंभीर बीमारी, पेट लवर्स भूलकर भी न करें ये गलती

कब ली गई थी भारत के नोट पर छपी गांधी जी की तस्वीर? जानें इतिहास

सावन में इस रंग के कपड़े पहनने की वजह जानकर चौंक जाएंगे आप

क्या ट्रैफिक पुलिस आपकी स्कूटी की चाबी ले सकती है? जानें कानूनी सच्चाई और अपने अधिकार

किस मुस्लिम देश से भारत आए हैं समोसा और जलेबी, जिनके लिए तम्बाकू और सिगरेट की तरह लिखना होगी चेतावनी

सभी देखें

नवीनतम

20 मजेदार वेडिंग एनिवर्सरी विशेज, शादी की सालगिरह पर इस फनी अंदाज में दें दोस्तों को शुभकामनाएं

बाम या आयोडेक्स से नशा जैसा क्यों होता है? जानिए इसके पीछे की साइंटिफिक सच्चाई

क्या 32 बार खाना चबाने से घटता है वजन? जानिए क्या है माइंडफुल ईटिंग

बालों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए करें ये 5 योगासन, नेचुरल तरीके से पाएं लंबे और घने बाल

क्यों ब्लड डोनेट करते हैं आर्मी के डॉग्स, जानिए किस काम आता है ये खून