हाथ मिलाने की जगह,करें नमस्ते आप।
कोरोना से भी बचें, मन पर छोड़ें छाप।।
कोरोना से मच गया,दुनिया में कुहराम।
हर कोई भयभीत हो, जपे राम का नाम।।
बंद सिनेमाघर हुए, मॉल पड़े सुनसान।
आलय में अवकाश का,भी आया फरमान।।
हाथ मिलाने से बचें, रहें भीड़ से दूर।
कोरोना से जंग में,सजग रहें भरपूर।।
साफ-सफाई से रहें, लें ताज़ा आहार।
सर्दी-खाँसी हो अगर, करें तुरत उपचार।।
कोरोना के खौफ से,चमक उठा बाज़ार।
सौदागर सब मौज में, जनता है लाचार।।
घर से बाहर जब चलें,मास्क लगायें आप।
जगह-जगह पर घूमते, कोरोना के बाप।।
तुलसी का सेवन करें,चलें योग की ओर।
कोरोना के खौफ़ से, पड़ें नहीं कमज़ोर।।
कोरोना से सीख लो, अब भी ऐ इन्सान।
कुदरत को छेड़ो नहीं,उसका रक्खो मान।।