सावन गीत: श्रावण की बूंदें हैं पावन

सुशील कुमार शर्मा
मंगलवार, 29 जुलाई 2025 (16:53 IST)
श्रावण की बूंदें हैं पावन, हरियाली मन भाए।
मन मंदिर में भक्ति जगे नित, शिव का नाम सुहाए।।
 
मेघों की वाणी मधुरिम है, कजरारे नभ छाए।
सावन सजा फुहारों में अब, तन-मन भीगें जाए।।
गौरी करें अर्चना शिव की, जपें निरंतर भोले।
बेल पत्र अर्पित कर-कर के, शिव चरणों को धोले।।
 
जन मानस भक्ति में डूबा, शिव का रंग चढ़ाए।
श्रावण की बूँदें हैं पावन, हरियाली मन भाए।।
 
कांवड़िए गाते हर-हर बम, पथ में नर्तन करते।
गंगाजल अभिषेक करें सब, भोले झोली भरते।।
व्रत उपवास करें सब नारी, मंगल रूप सजाए।
श्रद्धा, संयम, संकल्पों का, अनुपम रंग चढ़ाए।।
 
जीवन के नव अनुबंधों में, मन के रंग रँगाए।
श्रावण की बूँदें हैं पावन, हरियाली मन भाए।।
 
वन, उपवन सब हरे-भरे हैं, जीवन रस बरसाए।
धरती मां की गोद सजी अब, नवल रंग मुस्काए।।
भक्ति, प्रकृति, प्रेम का संगम, आशा नई जगाए।
सजता सावन, संवरे तन मन, गौरी मन शरमाए।
 
त्योहारों का पावन मौसम, मन में भक्ति जगाए।
श्रावण की बूंदें हैं पावन, हरियाली मन भाए।।

(वेबदुनिया पर दिए किसी भी कंटेट के प्रकाशन के लिए लेखक/वेबदुनिया की अनुमति/स्वीकृति आवश्यक है, इसके बिना रचनाओं/लेखों का उपयोग वर्जित है।)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

बारिश के मौसम में जरूर पिएं ये 5 हेल्दी ड्रिंक्स, शरीर को देंगे इम्युनिटी, एनर्जी और अंदरूनी गर्माहट

रोने के बाद क्या सच में आंखें हो जाती हैं स्वस्थ? जानिए इसके पीछे का साइंटिफिक सच

टॉप 7 फूड्स जो मसल्स रिकवरी को तेजी से सपोर्ट करते हैं, जानिए जिमिंग के बाद क्या खाना है सबसे फायदेमंद

दही खाते समय लोग करते हैं ये 8 बड़ी गलतियां, सेहत पर पड़ सकता है बुरा असर

शिव के विषपान प्रसंग पर हिन्दी कविता : नीलकंठ

सभी देखें

नवीनतम

सावन स्पेशल फूड l Sawan Special Food

कौन था वह राजकुमार, जिसकी हत्या विश्व युद्ध का कारण बन गई? जानिए कैसे हुई World War 1 की शुरुआत

हल्दी से लेकर गुलाबजल तक, ये 5 प्राचीन ब्यूटी सीक्रेट्स आज भी हैं स्किन के लिए वरदान

भारत का प्रमुख त्योहार नागपंचमी, पढ़ें नागदेवता पूजन पर बेहतरीन हिन्दी निबंध

कितनी दौलत की मालकिन हैं 'क्‍योंकि सास भी कभी बहू थी' की तुलसी विरानी...जानें स्‍मृति ईरानी के पास कितनी ज्‍वेलरी और प्रॉपर्टीज है

अगला लेख